Jharkhand News: पुलिस ने RSS के नगर कार्यवाह को पीट-पीटकर किया अधमरा, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें
झारखंड के साहिबगंज में आरएसएस के नगर कार्यवाह अनुराग आनंद को पुलिस ने बुरी तरह पीटा। उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। होश आने के बाद पुलिस ने उनका बयान दर्ज करने की कोशिश की लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें ज्यादा बात करने से मना कर दिया। फिलहाल वह मालदा के ईडेन नर्सिंग होम में आइसीयू में इलाजरत हैं।
संवाद सहयोगी, साहिबगंज। झारखंड के सहिबगंज में रांगा पुलिस ने लाठी-डंडे से पीटकर आरएसएस के नगर कार्यवाह अनुराग आनंद को अधमरा कर दिया था।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस इलाज के लिए रांगा सीएचसी ले गई। वहां से सदर अस्पताल रेफर किया गया। इलाज के बाद अनुराग आनंद को होश आ गया है। फिलहाल वह मालदा के ईडेन नर्सिंग होम में आइसीयू में इलाजरत हैं।होश आने के बाद रांगा थाने की पुलिस ने उनका बयान दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन चिकित्सक ने फिलहाल ज्यादा बात करने से मना कर दिया। इस वजह से बयान दर्ज नहीं हो पाया। इस बीच पुलिस की पिटाई से उनके शरीर पर बने निशान की कुछ तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई हैं।
वायरल हो रही तस्वीरों से स्पष्ट हो रहा है कि लाठी-डंडे से बुरी तरह उनकी पिटाई की गई। हालांकि, रविवार को एसडीपीओ मंगल सिंह जामुदा ने पुलिस की पिटाई से इनकार किया था।इधर, इस पूरे मामले में आगे की रणनीति तय करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी जल्द ही एसपी से मिलकर रांगा थाना प्रभारी अखिलेश यादव को निलंबित करने तथा इस मामले में साजिश करने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग करेगा। अगर पुलिस कार्रवाई करती है तो ठीक वरना आंदोलन तेज किया जाएगा।
इधर, एसडीपीओ मंगल सिंह जामुदा व अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा इस मामले में विधिसम्मत कार्रवाई के आश्वासन के बाद सोमवार को बरहड़वा बंद की घोषणा को वापस ले लिया गया।
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बिंदुधाम प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने पतना बिंदुवासिनी मंदिर में चोरी की आशंका जताई थी तथा इसमें मंदिर के पुजारी गंगानंद गिरी महाराज और उनके करीबी कोयरीपाड़ा निवासी अनुराग आनंद पर शक था। इसके बाद पुलिस दोनों को उठाकर ले गई। बाद में अनुराग आनंद को इलाज के लिए रांगा सीएचसी ले गई। वहां से सदर अस्पताल रेफर किया गया।सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी स्थिति को गंभीर देखते हुए बाहर ले जाने को कहा। इसके बाद पुलिस उसे मालदा ले गई। बाद में पुलिस ने पुजारी गंगानंद गिरी को मंदिर पहुंचा दिया।पतना बिंदुवासिनी मंदिर में शनिवार की रात हुई कथित चोरी के बाद पुजारी गंगानंद गिरी महाराज व उनके सेवक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बरहड़वा नगर के कार्यवाह अनुराग आनंद पर आनन-फानन में हुई प्राथमिकी को स्थानीय लोग बिंदुधाम प्रबंध समिति पर कब्जे की जंग से भी जोड़कर देख रहे हैं।इन सवालों का पुलिस के पास जवाब नहीं
- मंदिर के पुजारी गंगानंद गिरी महाराज यदि चोरी में शामिल थे तो पुलिस ने उन्हें छोड़ा क्यों?
- चोरी हुई या नहीं यह अबतक स्पष्ट नहीं है, फिर इतनी जल्दीबाजी क्यों?
- यदि अनुराग आनंद आरोपित भी थे, तो उनकी पिटाई का अधिकार पुलिस को किसने दिया?
- एसडीपीओ ने कहा कि अनुराग आनंद डर से बेहोश हुए, लेकिन शरीर पर चोट के निशान कैसे?
- चौकीदार बाबूराम कर्मकार ने झोला ले जाते देखा तो उसी समय अनुराग आनंद को क्यों नहीं पकड़ा ?