'20 हजार दो तब होगा...', साहिबगंज का ये ऑफिस बना भ्रष्टाचार का अड्डा! बिना रिश्वत नहीं चलती अफसरों की कदम
झारखंड के साहिबगंज में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां कोई भी काम बिना रिश्वत लिए नहीं किया जाता है। मंगलवार को एक महिला ने डीएसई राजेश पासवान से मुलाकात कर क्लर्क के बारे में शिकायत की हैं और कहा कि काम के बदले पैसे मांगे जा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
कहा कि अब पेंशन चालू करने के लिए 20 हजार रुपये और मांग रहा है। कहता है कि 20 हजार रुपये दीजिए तभी पेंशन चालू हो पाएगी। इसमें बरहड़वा बीईईओ की भी संलिप्ता से इनकार नहीं किया। कहा कि आज तक प्रखंड से जिला कार्यालय तक कागजात नहीं भेजा गया है। रंजना मिश्रा संस्कृत की शिक्षिका थीं। बरहड़वा से 30 जून 2023 को रिटायर्ड हुईं।डीएसई कार्यालय में बिना पैसा के कोई काम नहीं होता है। अपनी समस्या से जिला शिक्षा अधीक्षक को अवगत कराया है। लिपिक अमित पासवान को जो देना था, वह दे चुकी। किसी तरह मेरा काम हो जाए।- रंजना मिश्रा, रिटायर्ड शिक्षिका
सारा आरोप गलत है। मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। लोग आरोप लगाते रहते हैं। अगर किसी के पास कोई सबूत है तो उसे पेश करे। इसके बाद मैं दंड भुगतने के लिए तैयार हूं।- अमित कुमार पासवान, लिपिक, डीएसई ऑफिस
मामला संज्ञान में आ गया है। शिक्षिका ने रंजना मिश्रा ने अपनी समस्या रखी है। उनको आवेदन देने को कहा है। उनके आरोप की जांच की जाएगी। सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।- राजेश पासवान, डीएसई, साहिबगंज
साहिबगंज एसडीओ भी कर रहे जांच
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