स्कूल में दी जा रही है मोबाइल चोरी की ट्रेनिंग, बच्चों को दिया जा रहा रोज का टारगेट, बदले में मिल रहे पैसे
बच्चों को ट्रेनिंग देने के बाद इन्हें रांची समेत देश भर के तमाम हिस्सों में भेजा जाता है और इनकी काबिलियत को परखा जाता है। हर दिन इनके पास छह मोबाइल चुराने का टार्गेट होता है। इस काम के बदले पैसे भी मिलते हैं।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 18 Jan 2023 01:20 PM (IST)
जागरण संवाददाता, रांची। साहिबगंज के तीन पहाड़ में बच्चों को मोबाइल चोरी करने की ट्रेनिंग देने के लिए शातिरों ने बकायदा ट्रेनिंग सेंटर या स्कूल बना रखा है। नाबालिगों को ट्रेनिंग के बाद साहिबगंज से वनांचल एक्सप्रेस ट्रेन के जरिए रांची लाया जाता है। रांची समेत देश भर में इन बच्चों को ले जाकर चोरी की ट्रेनिंग का प्रैक्टिकल यानि व्यावहारिक पक्ष परखा जाता है। प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन छह मोबाइल चोरी का टारगेट दिया जाता है। इन नाबालिग मोबाइल चोरों से रांची के लोग परेशान हैं।
मोबाइल चोरी की ट्रेनिंग में पास हो रहे बच्चे उड़ा ले जा रहे फोन
मोबाइल चोर गिरोह को ऐसी ट्रेनिंग मिली होती है कि ये सरेराह राहगीरों से मोबाइल उड़ा ले रहे हैं। गैंग में अधिकतर नाबालिग को इसलिए रखा जाता है ताकि किसी को शक न हो और अगर पकड़ा भी जाए तो जल्द छूट भी जाए। इसका खुलासा तब हुआ, जब रांची की डेली मार्केट थाना पुलिस ने एक नाबालिग मोबाइल चोर को पकड़ा। पुलिस के हत्थे चढ़े नाबालिग ने पुलिस को बताया कि साहिबगंज के सूरज, चंदन और अन्य लोगों द्वारा इन्हें मोबाइल चोरी की ट्रेनिंग दी जाती है। साहिबगंज के तीनपहाड़ राजमहल में मोबाइल चोरी की ट्रेनिंग के बाद वनांचल ट्रेन से रांची लाया जाता है।
टारगेट हासिल करने पर मिलते हैं पैसे
एक नाबालिग रोज आधा दर्जन मोबाइल चोरी करता है। गैंग के प्रत्येक सदस्य को 1500-2000 हजार रुपये रोज दिया जाता है। चोरी के बाद मोबाइल एक जगह जमाकर साहिबगंज भेज दिया जाता है। पुलिस को सूचना मिली थी कि डेलीमार्केट फल बाजार में कुछ अज्ञात मोबाइल चोर घूम-घूमकर मोबाइल चोरी कर रहे हैं। पुलिस को देख चार पांच लोग भागने लगे, पुलिस ने खदेड़कर एक नाबालिग चोर को दबोच लिया और उसके पास से पांच मोबाइल बरामद किए। नाबालिग चोर की निशानदेही पर पंडरा ओपी के फ्रेंड्स कालोनी स्थित केदार साव के मकान से तीन अन्य नाबालिग चोर को गिरफ्तार किया गया।नाबालिग चोरों को पकड़ कर भेजा जा रहा सुधार गृह
पुलिस को पूछताछ में इन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले गोविंद नोनिया, सुधीर गोस्वामी, संतोष कुमार महतो, राकेश कुमार, रितिक कुमार, सूरज कुमार, चंदन कुमार सहित गिरफ्तार नाबालिग रांची पहुंचे थे। पुलिस ने आरोपितों के पास से तीन दर्जन मोबाइल बरामद किया है। मोबाइल चोरी के आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़े नाबालिग पहले भी धरे जा चुके हैं।
एक 13 वर्षीय नाबालिग मोबाइल चोरी के केस में बिहार के बक्सर टाउन थाना से वर्ष 2020 में सुधार गृह में 34 माह तक रहा था, 17 वर्षीय नाबालिग बक्सर टाउन थाना से वर्ष 2021 मोबाइल चोरी के केस में तीन माह तक बाल सुधार गृह में रहा था। 11 वर्षीय नाबालिग भागलपुर जीरो माइल थाना से वर्ष 2022 में मोबाइल चोरी के केस में 11 दिन तक बाल सुधार गृह में रहा था।
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