इससे पूर्व उनके घर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी हटा दिया गया था। वाहनों व गार्ड को वापस ले लिए जाने की बात को चंपई सोरेन ने अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया है।उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा है कि झारखंड में अपने लोगों के बीच उन्हें किसी भी प्रकार की सुरक्षा की जरूरत नहीं है। एक पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा से खिलवाड़ की इस राजनीतिक साजिश का जवाब राज्य की जनता देगी।
उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा है कि सभी नियमों एवं प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा में लगे वाहनों को वापस बुला लिया है।बता दें कि जब तक चंपई सोरेन झामुमो में थे, तब तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन उनके भाजपा में जाते ही चीजें बदल गई हैं।
चंपई कोल्हान क्षेत्र में भ्रमण पर हैं। ऐसे में उनके साथ लोगों की भीड़ चल रही है। यही वजह है कि ऐसे समय में सुरक्षा वापस लिए जाने की घटना से सवाल खड़े हो रहे हैं। इधर, देखते हुए स्वयं मुख्यमंत्री अब तक तीन से चार बार कोल्हान का दौरा कर चुके हैं।
अब कोल्हान पर मुख्यमंत्री की निगाहें टिकी हुई हैं। सरायकेला में झामुमो की सभा भी दो बार आयोजित करा दी गई, जहां मंत्रियों व विधायकों की टीम ने झामुमो कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भरने का काम किया।
आदिवासी- मूलवासियों को फिर से जीने का मौका मिलेगा : चंपई
पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपई सोरेन ने झामुमो को घेरते हुए कहा कि 1855 में सिदो-कान्हू ने तीर की नोक से संताल परगना बनाया और कास्तकारी अधिनियम बनाया, लेकिन वर्तमान में संताल परगना की धरती व आदिवासियों का अस्तित्व संकट में आ गया है।
संताल परगना के लोगों ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद को स्वीकार नहीं किया, लेकिन आज उसी धरती पर बांग्लादेशी घुसकर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं और सामाजिक व्यवस्था को तोड़ रहे हैं।इस घुसपैठ को सिर्फ भाजपा ही रोक सकती है, इसलिए मैं एक क्षेत्रीय पार्टी से निकल कर भाजपा में शामिल हुआ। बांग्लादेशियों को अगर कोई भगा सकता है तो वह केवल भाजपा ही है।अन्य कोई राजनीतिक दल यह लड़ाई नहीं लड़ सकती है। आदिवासियों की अस्मिता को दूसरा कोई दल नहीं बचा सकता है। चंपई सोरेन बुधवार को सरायकेला में विधानसभा चुनाव के लेकर निकाली गई भाजपा की परिवर्तन यात्रा के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
परिवर्तन यात्रा में हजारों की संख्या में महिला व पुरुष समर्थकों की भीड़ जुटी थी। रैली में शामिल लोग पैदल यात्रा करते हुए गेस्ट हाउस मैदान में आयोजित सभा में पहुंचे।यहां सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि रैली में मौजूद भीड़ यह संकेत दे रही है कि परिवर्तन निश्चित होगा।आदिवासी और मूलवासियों को फिर से अमन-चैन से जीने का मौका मिलेगा। चंपई ने कहा कि झारखंड में संघर्ष करने के बाद पांच महीने तक सत्ता संभालने का मौका मिला।
मैंने कैलेंडर बनाकर आइने की तरह योजनाओं को स्वीकृत किया। वहीं, मंइयां सम्मान योजना पर चंपई ने कहा कि आज जिस योजना के नाम सरकार छाती ठोक रही, उसे मैं ही लेकर आया था।चाहे बहाली हो या फ्री में बालू देना, यह सारे मेरे ही कार्य थे। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस ने देश में लंबे समय तक राज किया, लेकिन आदिवासियों और मूलवासियों के बारे में कभी नहीं सोचा।झारखंड को अलग राज्य बनाना भाजपा की ही देन है। भाजपा ने आदिवासी और मूलवासी के दर्द को समझा और देश में तीन नए राज्य बनाए।
चंपई ने हो भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि ओलचिकी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। हो भाषा को भी जल्द ही आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाएगा।इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है। देश में वारंग क्षिति लिपि को शामिल करने का भी आश्वासन दिया है।
जितना काम भाजपा ने आदिवासियों के लिए किया उतना किसी ने नहीं किया : अर्जुन मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने सभा को संबोधित करते हुआ कहा कि भाजपा ने झारखंड को अलग राज्य बनाया। आज राज्य को बने हुए 24 साल हो गए हैं, लेकिन इतने समय बाद ही यहां के लोगों को अपने बच्चों की चिंता सता रही है।
उत्पाद बहाली दौड़ में 17 अभर्थियों की मौत हो गई, जबकि नियम यह था कि पहले परीक्षा होगी उसके बाद दौड़ होगी, लेकिन पांच लाख बच्चों को 600 पदों के लिए दौड़ाया गया और 17 की मौत हो गई।उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाने का श्रेय भाजपा को जाता है। अगर माटी और जंगल बचाना है तो परिवर्तन लाना है। राज्य की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकना है।
कोल्हान में जितने भी गोलीकांड हुए वह कांग्रेस की देन : महतो
सांसद बिद्युत बरण महतो ने कहा कि कोल्हान में जितने भी गोलीकांड हुए हैं वह कांग्रेस की देन है। चाहे वह गुवा गोलीकांड हो या ईचा डैम गोलीकांड, सभी कांग्रेस की देन है।
जिस कांग्रेस ने अलग राज्य आंदोलन को दमन करने का काम किया आज उसी कांग्रेस के साथ झामुमो का प्रेम बढ़ रहा है।सांसद ने कहा कि आंदोलकारी नेता चंपई सोरेन को पांच माह में मुख्यमंत्री के पद से हटा कर जलील किया गया है, जिसका जवाब जनता देगी।उन्होंने कहा कि राज्य की झामुमो सरकार में जितना सीएनटी का उल्लंघन हुआ है, कभी नही हुआ था। बांग्लादेशी आज संताल परगना में घुसपर नेतागिरी कर रहे हैं।
झामुमो सरकार हर मोर्चे पर विफल : दिनेशानंद
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि राज्य में गिट्टी से लेकर बालू तक की तस्करी की जा रही है। मौजूदा झामुमो सरकार हर मोर्चे पर विफल है, इसलिए इस बेईमान सरकार को बदलकर भाजपा की सरकार बनानी है।कार्यक्रम को पूर्व विधायक अरविंद सिंह, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव,शैलेंद्र सिंह,गणेश महाली ने भी संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन जिला परिषद अध्यक्ष सह भाजपा नेता सोनाराम बोदरा ने किया।मौके पर भाजपा नेता गणेश महाली, विनोद श्रीवास्तव, अजजा मोर्चा के रमेश हांसदा, पूर्व विधायक अनंतराम टुडु, मनोज चौधरी, रीतिका मुखी, चामी मुर्मू, राकेश सिंह सहित काफी संख्या में भाजपाई उपस्थित थे।
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