सरायकेला में दो नदियों ने खतरे के निशान को किया पार, लोगों के बीच मचा हड़कंप; अब गांवों को कराया जा रहा खाली
सरायकेला जिले में लगातार तीन दिन से बारिश रही है। इसकी वजह नदियों का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि नदी किनारे स्थित गांव/टोला को खाली कराया जा रहा है। इसको लेकर पदाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। खरकाई और स्वर्णरेखा नदी ने खतरे के निशान को पार किया है। लोगों के बीच चिंता बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, सरायकेला। जिले में तीन दिन से लगातार हो रही भारी बारिश एवं स्वर्णरेखा, खरकाई नदियों पर अवस्थित बांधों से पानी को छोड़े जाने के कारण दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
स्वर्णरेखा भवन, आदित्यपुर स्थित बाढ़ कोषांग से हर दो-दो घंटे के अंतराल पर दोनों नदियों के बहाव के संबंध में आंकड़े जारी कर जिला प्रशासन और प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सतर्क किया जा रहा है।
शिफ्ट इंचार्ज, बाढ़ कोषांग, जमशेदपुर के द्वारा 17 सितंबर के पूर्वाह्न 6:00 बजे जारी आंकड़े के अनुसार स्वर्णरेखा नदी का पानी मानगो पुलिया पर प्रदर्शित खतरे के निशान 121.50 मीटर से ऊपर 122.86 मीटर पर बह रहा है।
जबकि खरकाई नदी आदित्यपुर पर प्रदर्शित खतरे के जलस्तर 129 मीटर से ऊपर 133. 15 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इन नदियों पर स्थित कुछ बांध एफएलआर (फुल रिजर्वियर लेवल) तक पहुंच गए हैं।
इस कारण इन बांधों से नदियों में और पानी छोड़े जाने की संभावना है, जिससे नदियों के जल स्तर में और वृद्धि होगी। बाढ़ कोषांग, जमशेदपुर के इंचार्ज ऑफिसर के द्वारा सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत खरकाई,स्वर्णरेखा नदी के किनारे वाले क्षेत्र पर हाई अलर्ट जारी करने की आवश्यकता बताई गई है।
खरकाई नदीं के किनारे संवेदनशील क्षेत्रों को खाली करने का निर्देश
उपायुक्त के स्तर से जारी निर्देश के अनुसार जिला प्रशासन के सभी संबंधित अधिकारियों को खरकाई और स्वर्णरेखा नदी के किनारे वाले विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्र को बारह बजे दोपहर तक खाली करने का आदेश दिया गया है।
कुकड़ू और ईचागढ़ प्रखंड को अपने 24 घंटे तक हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। साथ ही कुकडू प्रखंड के ओड़िया, जानूम पंचायत में पड़ने वाले गांव और ईचागढ़ प्रखंड के मोइसारा पंचायत, बांदु पंचायत, पातकुम पंचायत के गांव में विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है।गम्हरिया-आदित्यपुर क्षेत्र अंतर्गत असंगी, वास्तु विहार, बाबाकुड़ी, कुलुपटगा, रायडीह बस्ती, शांतिनगर, मांझीटोला, सालडीह बस्ती, जयप्रकाश उद्यान और अन्य क्षेत्र में भी विशेष सावधानी बरने की जरूरत है।
जिला प्रशासन द्वारा लगातार नदी किनारे स्थित क्षेत्र में माइकिंग कर लोगों को सावधान किया जा रहा है। बेसमेंट वाले भवनों में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है।यह भी पढ़ें-Chhapra Flood: छपरा शहर के निचले इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी, मचा हड़कंप; डराने वाली तस्वीरें आईं सामने
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