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Potatoes Price Hike: झारखंड में आलू की कीमत में भारी उछाल, 40 के पार पहुंचा भाव; क्या है महंगाई की वजह?

Potato Price Hike पश्चिम बंगाल देश के कई राज्यों में आलू की सप्लाई करता है। पिछले तीन चार महीने से बंगाल के आलू के थोक विक्रेता मनमानी कीमतों पर आलू की सप्लाई कर रहे थे लेकिन बंगाल के कोल्ड स्टोरेज में आलू की कमी नहीं है। ऐसे में आलू विक्रेताओं के बाज नहीं आने पर बंगाल सरकार ने आलू के निर्यात पर रोक लगा दी।

By Gurdeep Raj Edited By: Shashank Shekhar Updated: Wed, 24 Jul 2024 04:45 PM (IST)
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तीन दिन बाद परसुडीह मंडी पहुंचा आलू, अनलोड करते मजदूर। फोटो- जागरण

जागरण संवाददाता, सरायकेला। Potatoes Price Hike पूरे कोल्हान ही नहीं देश के कई राज्यों में आलू की सप्लाई बंगाल से होती है। पिछले तीन से चार महीनों से बंगाल के आलू के थोक व्यापारी मनमानी कीमतों पर आलू की सप्लाई पूरे देश में कर रहे है, जबकि आलू की कोई कमी नहीं है। बंगाल के कोल्ड स्टोरेज में आलू भरा हुआ है।

इसके बावजूद दो से तीन महीनों से आलू के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। अब तो आलू 40 से 43 रुपये प्रति किलो खुदरा बाजार में बिकने लगा है। इससे पहले कभी भी आलू को भाव 40 से 43 रुपये प्रति किलो तक नहीं पहुंचे थे।

बंगाल के थोक व्यापारियों की इस मनमानी पर नकेल कसने के लिए बंगाल सरकार ने आलू को दूसरे राज्यों में निर्यात पर रोक लदा दी है, जिससे आलू व्यापारी तिलमिलाने लगे हैं और वे ममता सरकार के फैसले के विरोध में हड़ताल में चले गए गए हैं।

तीन दिनों से चल रहे हड़ताल को ज्यादा लंभा खीचने पर पूरे देश में आलू की किल्लत होने लगेगी। इसको देखते हुए जल्द ही आलू व्यापारियों के साथ ममता सरकार वार्ता कर बीच का रास्ता निकालेगी।

परसुडीह मंडी में एक से दो ट्रक ही पहुंच रहे चोरी-छुपे

बंगाल सरकार ने आलू को निर्यात पर पाबंदी लगाने के बाद परसुडीह मंडी में जहां प्रतिदिन 10-12 ट्रक आलू के आते थे अब चोरी छुपे मात्र एक से दो ट्रक ही मंडी पहुंच रही है।

इस मंडी से पूरे कोल्हान में आलू की सप्लाई की जाती है। अगर जल्द ही आलू की सप्लाई बंगाल से शुरू नहीं हुई तो आलू की कीमतों में और इजाफा होने की उम्मीद है।

थोक भाव में बिक रहा 3600 रुपये क्विंटल आलू

मंडी के थोक व्यापारी विद्याशंकर गुप्ता ने बताया कि मंडी में आलू 3400 से 3600 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। आलू के ट्रक आने कम हो गए हैं, इसके कारण आलू की कमी परसुडीह मंडी में हो गई है। 3600 रुपये में भी मांग के हिसाब से आलू नहीं मिल रहा है। मंडी में आलू समाप्त होने लगा है। आलू का भाव अभी दीपावली ऐसा ही रहेगा।

नया आलू आने के बाद ही भाव में कमी आएगी। पूरे देश में यूपी और बंगाल से ही आलू की सप्लाई की जाती है। यूपी का आलू झारखंड व इसके आस पास के राज्यों में नहीं इस्तेमाल किया जाता। क्योंकि यह आलू दो से तीन दिन में ही सड़ने लगते हैं। जबकि बंगाल का आलू 10 से 12 दिन तक आराम से चल जाता है।

क्या बोले आलू विक्रेता

इतिहास में पहली बार आलू के भाव 40 से 43 सौ रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचे हैं। बंगाल सरकार ने आलू के दूसरे राज्यों में निर्यात पर रोक लगा दी है, जिसके कारण आलू के ट्रक परसुडीह मंडी में नहीं के बराबर आ रहे है। अगर जल्द ही हड़ताल नहीं टूटी तो पूरे कोल्हान में आलू की कमी देखने को मिलेगी और आलू के भाव में और इजाफा होने की संभावना बढ़ जाएगी। आलू की कीमतों पर जब इजाफा होता है तब ही सरकार की नजर जाती है। जब व्यापारियों को घाटा होता है तो भी सरकार को इस पर नजर रखनी चाहिए।- विद्याशंकर गुप्ता, आलू के थोक व्यापारी सह विद्या ट्रेडर, संचालक

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