बच्चे ही नहीं,समाज को भी शिक्षित कर रहे अंजनी
शिक्षक न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि वे समाज का भी मार्गदर्शक होते हैं।
By JagranEdited By: Updated: Sat, 04 Sep 2021 09:04 PM (IST)
वाचस्पति मिश्र
सिमडेगा: शिक्षक न केवल विद्यार्थियों के लिए, बल्कि वे समाज का भी मार्गदर्शक होते हैं। ऐसी ही शख्सियत हैं अंजनी कुमार सिंह। वे जितनी तल्लीनता से विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं ,उतनी ही लगन से समाज को भी शिक्षित करते रहे हैं। वे पर्यावरण,जल संरक्षण के साथ ही कोरोना काल में भी ग्रामीणों को जागरूक करते रहे हैं। शिक्षक अंजनी कुमार को उनके बेहतर कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी दो अवार्ड मिले हैं।उन्हें टीचर इनोवेशन अवार्ड एवं वाटर हीरो अवार्ड से भी नवाजा गया है। शिक्षक अंजनी कुमार का क्षेत्र में प्रभाव है कि बच्चे ही नहीं, समाज के सभी वर्ग के लोग उनकी बातों को ध्यान से सुनते हैं और आत्मसात करते हैं। शिक्षक अंजनी कुमार सिंह अपने विद्यालय के पोषक क्षेत्र में भ्रमण कर आमजन को जागरूक करते रहे हैं। सेवई संकुल के विभिन्न गांवों में ग्रामीणों के साथ-साथ बच्चों को भी शामिल करते हुए मास्क का वितरण उनके द्वारा कराया गया। आम ग्रामीणों को शारीरिक दूरी, हाथ धुलाई,स्वच्छता आदि का महत्व बताया। बच्चों की शिक्षा पर जोर देते हुए अभिभावकों को जागरूक किया। क्षेत्र में 46 जगहों पर रात्रि पाठशाला का आयोजन किया गया। उन्होंने वर्तमान में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर भी लोगों को सही बातें बताई एवं वैक्सीन लेने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया। शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए एक सकारात्मक माहौल का निर्माण किया। जो लोग अभी टीकाकरण से वंचित थे,उन्हें प्रेरित कर टीकाकरण करवाया। बीमार ग्रामीणों को भी मोबाइल फोन के माध्यम से परामर्श देकर उचित इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भेजा। अंजनी ने झारखंड में बढ़ते डायन कुप्रथा के मामले पर विगत दो- तीन वर्षों के रिसर्च स्टडी के आधार पर परिवर्तन नामक पुस्तक को तैयार किया है। इस कार्य में उपायुक्त व अनुमंडल पदाधिकारी सिमडेगा का बेहतर सहयोग मिला है। उन्हें आशा है इस प्रायोगिक शैली के पैटर्न पर कार्य शीघ्र किए जाएंगे। उन्होंने क्षेत्र में जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य करते हुए ग्रामीणों को जागरूक कर ट्रेंच कम बंड बनवाए, तो दूसरी ओर 2000 से अधिक पौधे लगवाए।300 से अधिक बच्चों का वे नामांकन भी आंगनबाड़ी केन्द्रों में कराया है।राजकीय उत्क्रमित उ. विद्यालय में बतौर शिक्षक
पदस्थापित अंजनी कुमार सिंह कहते हैं कि शिक्षा के प्रसार के लिए ग्रामीणों को जागरूक होना अत्यंत जरूरी है।अगर समाज में लोग शिक्षित होंगे तो बदलाव आएगा। नई पीढि़यां और भी तेजी से उन्नति कर पाएगीं।उन्होंने कहा कि उनका हमेशा प्रयास रहता है कि वे समाज को कुछ न कुछ जरूर दें। इसी कड़ी में वे लगातार कुछ-न-कुछ करते रहते हैं।
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