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भई टीचर हो तो ऐसा...शिक्षक की विदाई समारोह में फफक कर रो पड़े बच्‍चे से लेकर बूढ़े, गाजे-बाजे के साथ पहुंचाया घी

पश्चिम सिंहभूम जिले के कुमारडुंगी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बड़ारायकमन गांव में प्राथमिक स्‍कूल के सेवानिवृत्‍त शिक्षक निरंजन नायक की विदाई समारोह में बच्‍चे व अअभिभावक भावुक हो उठे। हो भी क्‍यों न वह बच्‍चों को बड़े प्‍यार से पढ़ाते थे। अपना अधिकतर समय विद्यालय में व्‍यतीत करते थे रविवार को भी स्‍कूल आते थे। उनमें एक उत्‍कृष्‍ट शिक्षक के सारे गुण थे।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 01 Nov 2023 11:42 AM (IST)
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शिक्षक निरंजन नायक को गाजे-बाजे के साथ घर पहुंचाते लोग।
मनीष दास, कुमारडुंगी (पश्चिमी सिंहभूम)। भारतीय परंपरा में गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर माना गया है, इसका जीता जागता उदाहरण पश्चिम सिंहभूम जिले के कुमारडुंगी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बड़ारायकमन गांव में देखने को मिला। यहां प्राथमिक विद्यालय बड़ारायकमन के प्रधानाध्यापक सेवानिवृत्त होने पर गांव के लोगों ने शिक्षक की विदाई एक अनोखे अंदाज में की।

ढोल-नगाड़े के साथ लोगों ने शिक्षक को पहुंचाया घर

ग्रामीणों ने सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन नायक को दूल्हे के बाराती की तरह ढोल-नगाड़े के साथ नाच-गाना कर उनके घर तक पहुंचाया।

इस दौरान सैकड़ों ग्रामीण व छात्र-छात्राओं ने आदिवासी परंपरा में जमकर नाच गाना किया। मंगलवार का पूरा दिन बड़ारायकमन गांव के लिए उत्साह का माहौल बना रहा। सम्मान समारोह में लोगों की भीड़ विद्यालय परिसर से बाहर मुख्य सड़क को जाम किए हुए था।

विदाई समारोह में नम हुईं बच्‍चों व अभिभावकों की आंखें

विदाई समारोह में बच्चों एवं पूर्व छात्र-छात्राओं की आंखें नम हो गईं। बच्चों की आंखें नम होते देख अभिभावक भी भावुक हो उठे। शिक्षक की विदाई समारोह कार्यक्रम के लिए सुबह से ही पूरा गांव व्यवस्था में लगा हुआ था।

गांव के मानकी बताते हैं कि निरंजन नायक जैसे अध्यापक देखने को बहुत ही कम मिलते हैं। निरंजन नायक एक ऐसे शिक्षक थे, जो अपने कार्य का निष्ठापूर्वक पालन करते थे। वह रविवार के दिन भी विद्यालय आकर काम करते थे।

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बुला-बुलाकर बच्‍चों को पढ़ाते थे शिक्षक

मुंडा मनीष हेम्ब्रम ने बताया कि शिक्षक जब भी इस रास्ते से गुजरते हैं। एक बार वह विद्यालय जरूर घुसते हैं। चाहे कितनी भी रात हो। शिक्षक अपना अधिकतर समय अपने विद्यालय में ही व्यतीत करते थे।

वालों ने बताया कि शिक्षक प्रतिदिन गांव में घुमकर बच्चों को विद्यालय बुलाकर ले जाते थे। इस कारण हमारे गांव में कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर नहीं है। सभी बच्चे विद्यालय में पढ़ रहे हैं एवं रोज स्कूल जाते हैं। इसी कारण बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहती है।

उत्‍कृष्‍ट शिक्षक के हैं सारे गुण 

कार्यक्रम में पहुंचे शिक्षक संघ के शिक्षकों एवं सीआरपी त्रिवेदी गोप ने बताया कि शिक्षक निरंजन नायक के सेवानिवृत्त होने से कुमारडुंगी प्रखंड के शिक्षा विभाग को बहुत ही क्षति हुई है।

निरंजन नायक एक ऐसे शिक्षक थे, जिनके पास एक उत्‍कृष्‍ट शिक्षक होने के सभी गुण मौजूद हैं इसलिए उन्होंने अपने विद्यालय की व्यवस्था भी बहुत अच्छी रखी है।

इन सभी मापदंड को देखते हुए शिक्षा विभाग ने प्राथमिक विद्यालय बड़ारायकमन को पांच स्टार का दर्जा दिया है। त्रिवेदी गोप बताते हैं कि शिक्षक निरंजन नायक को प्रखंड एवं जिला स्तर में शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया है।

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