Move to Jagran APP

चाईबासा इंजीनियरिग कॉलेज में सोशल स्टार्ट-अप की दी जायेगी प्रोफेशनल ट्रेनिग

टेक्नो इंडिया ग्रुप की सस्टेनेबिलिटी डायरेक्टर और पेरिस मूल की पौलिने लारवाइरे ने छात्रों को सलाह दी है कि वे अपने आस-पास होने वाली सारी घटनाओं को वैसे ही स्वीकार नहीं करें। उसका तार्कित कारण तलाश करें।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 08 Feb 2020 08:34 PM (IST)
Hero Image
चाईबासा इंजीनियरिग कॉलेज में सोशल स्टार्ट-अप की दी जायेगी प्रोफेशनल ट्रेनिग

जागरण संवाददाता, चाईबासा : टेक्नो इंडिया ग्रुप की सस्टेनेबिलिटी डायरेक्टर और पेरिस मूल की पौलिने लारवाइरे ने छात्रों को सलाह दी है कि वे अपने आस-पास होने वाली सारी घटनाओं को वैसे ही स्वीकार नहीं करें। उसका तार्कित कारण तलाश करें। अगर हमलोग वैसा करने लगे तो कुछ ही दिनों में आधे से ज्यादा सामाजिक समस्याएं खत्म हो जाएंगी। वे चाईबासा इंजीनियरिग कॉलेज के उद्यमिता विभाग द रूट द्वारा आयोजित कार्यशाला में विद्यार्थियों को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहीं थीं। इस कार्यशाला में पौलिने ने छात्रों को सतत विकास एवं सामाजिक उद्यमिता पर इसके प्रभाव के बारे में बताया। सोशल स्टार्ट-उप को लेकर छात्रों को प्रोत्साहित किया। इससे जुड़े हुए बहुत सारे टेक्निकल एंड मनोविज्ञान से जुड़े हुए पहलू पर भी चर्चा की। उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए । कार्यशाला करियर और उसके प्रभाव पर आधारित था। कॉलेज के उप प्राचार्य प्रो. डी राहा ने बताया कि लारवाईरे ने अपने जीवन के 25 साल पेरिस में बिताए और अपनी स्नातक स्तर के पढ़ाई एचईसी पेरिस से पूरी की है। इन्होंने वाई - ईस्ट नाम से एक आर्गेनाइजेशन की शुरुआत की, जो टेक्नो इंडिया ग्रुप के बैनर के अन्दर हैं। वो एक्वा एसोसिएशन की सह संस्थापक भी हैं, जो कि क्वालिटी वाटर एक्सेस के ऊपर काम करता हैं और पेरिस की एक नॉन-प्रॉफिट संस्था हैं। उन्होंने बताया कि भविष्य में लारवाईरे और उनकी टीम के सहयोग से इस महाविद्यालय के छात्रों को उद्यमिता एवं सोशल स्टार्ट उप पर प्रोफेशनल ट्रेनिग की व्यवस्था भी की जाएगी। इस कार्यशाला में डिप्टी डायरेक्टर प्रो.(डॉ.) सुदीप्त चक्रवर्ती भी उपस्थित थे। लगभग 120 छात्रों ने इस वर्कशॉप में हिस्सा लिया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।