Jharkhand News: मुंबई मेल हादसे के 30 घंटे बाद भी नहीं शुरू हुआ रेल परिचालन, हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग अब भी बाधित
Howrah Mumbai Mail Accident मंगलवार तड़के झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में हावड़ा-मुंबई मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना खरसावां ब्लॉक के बाराबंबू स्टेशन के पास पोटोबेड़ा गांव में सुबह 345 बजे हुई। दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रवक्ता के मुताबिक पास में एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने की एक और घटना हुई है।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। Jharkhand Train Accident: चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबंबू स्टेशन के समीप मंगलवार की अहले सुबह 3:45 में हुए हावड़ा मुंबई मेल रेल हादसे को 30 घंटे बीत चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी अब तक हावड़ा मुंबई मुख्य रेल मार्ग में ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है ।
घटनास्थल पर बचाव बचाव राहत का काम अब भी जारी है। रेल पटरी को दुरुस्त किया जा रहा है। ताकि जल्द से जल्द ट्रेनों का परिचालन फिर शुरू हो सके। घटना स्थल पर 140 टन की चार क्रेन और कई जेसीबी मशीन की मदद से रेस्टोरेशन का काम जारी है । हजारों रेलकर्मी, मजदूर ट्रेन की सेवा को फिर से बहाल करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
23 घायलों का इलाज जारी
वहीं चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में भर्ती रेल हादसे के घायलों का इलाज दूसरे दिन भी जारी है। चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में फिलहाल 23 यात्रियों का इलाज जारी है । वहीं, 25 से ज्यादा यात्रियों को मरहम पट्टी कर छोड़ दिया गया है। जबकि 8 घायलों को बेहतर ईलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया है ।
युद्ध स्तर से चल रहा कार्य
इधर घटना स्थल पर रेलकर्मी और ठेका मजदुर रात भर रेल अधिकारियों के दिशा निर्देश पर युद्ध स्तर पर रेल पटरी को दुरुस्त करने में जुटे रहे। उसके बाद भी अब तक रेस्टोरेशन का काम पूरा नहीं हो सका है । मंगलवार को ही जीएम अनिल मिश्रा ने साफ कर दिया था कि पटरी पर दोबारा ट्रेन चलाने में 18 घंटे का वक्त लग सकता है। लेकिन अब 30 घंटे बीत चुके हैं।
हादसा बड़ा होने के कारण ठीक होने में वक्त लग रहा
जाहिर है कि हादसा काफी बड़ा था जिसे ठीक करने में वक्त लग रहा है। हादसे के बाद से हावड़ा मुंबई मुख्य रेल मार्ग जाम है। घटनास्थल पर तीनो रेल पटरी क्षतिग्रस्त है। तीनों रेल पटरी को ठीक करने के साथ साथ तीनों रेल पटरी पर पड़े ट्रेन के क्षतिग्रस्त डिब्बों को क्रेन की मदद से एक एक कर हटाया जा रहा है।
शाम तक परिचालन फिर से शुरू होने की उम्मीद
रेस्टोरेशन का काम जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है कई बाधाओं का भी सामना रेलकर्मी और ठेका मजदूरों को करना पड़ रहा है। यही वजह है कि रेस्टोरेशन का कार्य लंबा खींचता जा रहा है। उम्मीद है कि शाम ढलने से पहले एक से दो रेल पटरी को ठीक कर उसपर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाए।
कैसे हुई थी घटना
बता दें कि मंगलवार सुबह 3:45 बजे हावड़ा मुंबई मेल बगल वाली रेल पटरी पर दुर्घटनाग्रस्त होकर पड़ी एक मालगाड़ी से बड़ाबंबू रेलवे स्टेशन के पास टकरा गई थी।
इस हादसे में मेल एक्सप्रेस के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए थे । दो यात्री की मौत हो गयी थी और कई घायल यात्रियों को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब हालात को फिर से ठीक करने की कवायद चल रही है ।
लोगों के मन में उठ रहे कई सवाल
इस बीच हादसे को लेकर उभरे सवाल अभी भी लोगों के मन में कौंध रहे हैं कि एक मालगाड़ी 6 मिनट से दुर्घटनाग्रस्त होकर बड़ाबंबू स्टेशन में पड़ी हुई थी और इसकी जानकारी मेल एक्सप्रेस के चालक को नहीं हुई ।
जिसकी वजह से एक बड़ा रेल हादसा हो गया। इस घटना को लेकर जीएम ने जांच के आदेश दिए हैं और सभी को जांच के बाद आने वाली रिपोर्ट का इंतजार है। ताकि यह पता चल सके की किसकी लापरवाही और चूक से इतना बड़ा हादसा हुआ और दो यात्रियों जान गंवानी पड़ी। रेलवे और रेल यात्रियों को हुए इतने बड़े नुकसान की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा यह देखने वाली बात होगी।
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