Uttarkashi Tunnel : गांव लौटने पर श्रमिक महादेव का होगा जोरदार स्वागत, माता-पिता बोले- भगवान ने सुन ली प्रार्थना
उत्तरकाशी टनल में फंसे चक्रधरपुर के महादेव नायक के सुरक्षित बाहर निकलने की खबर सुनते ही परिवार में खुशी का माहौल हो गया। परिवार और गांव के लोगों की जान में जान आई। अब महादेव नायक के घर आने की खुशी में लोग जश्न में डूबे हैं। उनके स्वागत की तैयारी कर रखें हैं। गांव के लोग भी उनके स्वागत की तैयारी में जुटे हैं।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 17 दिनों तक एक सुरंग में फंसे रहे सभी मजदूरों के साथ चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा गांव के महादेव नायक भी सुरक्षित निकाल लिए गए है। 41 मजदूरों में महादेव नौवें नंबर पर बाहर आया। बाहर आने के बाद अधिकारियों ने महादेव की उसके बड़े भाई बोनो नायक से मुलाकात कराई।
बोनो करीब दस दिन पहले ही उत्तराखंड रवाना हुआ था और भाई के बाहर आने की राह देख रहा था। बहरहाल, मंगलवार की शाम महादेव के परिजनों के उसके बाहर आने की सूचना सबसे पहले बोनो नायक ने फोन कॉल के जरिये दी। इसके बाद परिजनों से राहत की सांस ली। परिजन समेत गांव वाले अब उसके गांव लौटने की प्रतीक्षा में है।
महादेव के गांव लौटने पर जोरदार स्वागत होगा
परिजन एवं दोस्तों ने कहा महादेव के गांव लौटने पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। महादेव के पिता घासीराम नायक की आंखों में खुशी के आंसू थे। आसमान की तरफ देखते हुए कहा बेटे की वापसी के लिए हर दिन प्रार्थना कर रहा था। शायद भगवान ने प्रार्थना सुन ली।
महादेव के दोबारा काम पर भेजने के सवाल पर कहा इस बारे में कुछ सोचा नहीं है दिलों दिमाग पर तो सिर्फ महादेव का ही चेहरा घूम रहा था।
महादेव एक योद्धा है।- ग्रामीण
मानसिक रूप से कमजोर महादेव की माता सोनका नायक भी महादेव के नाम की चर्चा होने पर मंद-मद मुस्कुरा रही थी। वहीं, रिश्ते की चाची ने कहा कि महादेव जब घर आएगा तो उसके पसंद का भोजन बनाकर खिलाउंगी।
गांव के सरना बोयपाई व मुरारी नायक ने कहा कि महादेव एक योद्धा है। उसके वापसी पर सभी लोग बेहद खुश है। बताया कि जब से वह हादसे का शिकार हुआ है तो गांव में मायूसी का माहौल था, लेकिन अब वापसी पर लोग बेहद खुश हैं।