नक्सलियों के गढ़ में बिछेगा सड़कों का जाल, इलाके के लोगों की चमकेगी किस्मत! यहां आन-जाना हो जाएगा आसान
कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछेगा। कई गांवों में सड़कें बिछायी जायेंगी। ग्रामीण कार्य विभाग खूंटपानी व टोन्टो के घोर नक्सल प्रभावित गांवों में 20 सड़कों के निर्माण का प्राक्कलन तैयार कर लिया है और इसे स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा गया है। सरकार से स्वीकृति मिलते ही सड़कों के निर्माण का काम शुरू हो जायेगा।
सुधीर पांडेय, चाईबासा। एक करोड़ के इनामी पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा उर्फ भाष्कर, केन्द्रीय कमेटी सदस्य पतिराम माझी उर्फ अनल, मेहनत उर्फ मोछू समेत अन्य शीर्ष नक्सलियों की शरण स्थली रहे पश्चिम सिंहभूम जिला अन्तर्गत कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछेगा।
टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका, सारजोमबुरु, अंजदबेड़ा, रेंगड़ा, पाटातारोब, मारादिरी, हाथीबुरू, हुसीपी, बोरोय, आराहासा, काटम्बा, सांगाजाटा, टेंसरा आदि नक्सल प्रभावित गांवों में ये सड़कें बिछायी जायेंगी।
ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से खूंटपानी व टोन्टो के घोर नक्सल प्रभावित गांवों में कम से कम 20 सड़कों के निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार कर स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा गया है। सरकार से स्वीकृति प्राप्त होते ही सड़कों के निर्माण के लिए निविदा निकालकर काम शुरू कर दिया जायेगा।
कच्चे रास्तों का नहीं हो सकेगा उपयोग
टोन्टो में जिन गांवों को जोड़ने के लिए सड़कें बनायी जानी हैं, वहां अभी कच्चे रास्ते हैं। तुम्बाहाका, सारजोमबुरू आदि गांव पिछले दो साल से पूरी तरह नक्सलियों के प्रभाव में थे। इन गांवों को सुरक्षित जोन बनाने के लिए कच्चे रास्तों में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़ी मात्रा में आइईडी बम, बूबी ट्रैप, स्पाइक होल, सिरिंज बम लगा रखे थे।
जिला पुलिस बल, झारखंड जगुआर, कोबरा और सीआरपीएफ ने संयुक्त आपरेशन चलाकर अधिकतर जंगली-पहाड़ी रास्तों को बम निरोधक दस्ते की मदद से सुरक्षित बना दिया है। पूर्व में इन रास्तों पर 100 से भी अधिक बम धमाके हो चुके हैं। इन बम धमाकों में एक दर्जन से अधिक गांव वाले और सुरक्षाबल के जवान बलिदान हो चुके हैं। कई घायल भी हुए थे। वहीं, आपरेशन के दौरान 500 से भी ज्यादा आइईडी, बूबी ट्रैप, स्पाइक होल व सिरींज बम बरामद किये गये थे।
जिला मुख्यालय आना-जाना होगा आसान
अब जब नक्सली कोल्हान के जंगल में बैकफुट पर आने के बाद सारंडा की सीमावर्ती जंगल में चले गये हैं तो प्रशासन ने यहां सड़कों का जाल बिछाने की योजना तैयार की है। पक्की सड़कें बन जाने से घनघोर जंगल में बसे इन गांवों के लोगों का जीवन तो आसान होगा ही, नक्सलियों को दोबारा इन इलाकों में पैर पसारना भी आसान नहीं रहेगा। ग्रामीण भी आसानी से जिला मुख्यालय तक आ-जा सकेंगे। स्वास्थ्य सुविधाएं भी सुगम हो जायेंगी।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।नक्सल प्रभावित गांवों में बनेंगी ये सड़कें व पुल-पुलिया
- सैतबा-अंजेदबेड़ा पथ एवं पुलिया का निर्माण - 8.5 किलोमीटर
- कासीजोवा से अंजेदबेड़ा वाया चिरियाबेड़ा तक पथ - 11.50 कि.मी.
- चिरियाबेड़ा से सरजोमबुरू पथ - 3.6 कि.मी.
- रेंगड़ा पंचायत भवन से अंजेदबेड़ा वाया पाटातारोब तक पथ - 11.20 कि.मी.
- सेकरे चौक से तुम्बाहाका-सरजोमबुरू लेवाबेड़ा पथ व पुलिया निर्माण - 15.26 कि.मी.
- छोटाकुईरा से सरजोमबुरू वाया मारादिरी पथ - 9.985 कि.मी.
- कुईरा-हाथीबुरू-हुसीपी-बोरोय पथ एवं पुलिया निर्माण - 24.940 कि.मी.
- बेड़ादुईया-लेवाबेरा-तिलायबेड़ा पथ एवं पुलिया निर्माण - 10.130 कि.मी.
- आराहासा कुरकुटिया से कटाम्पा-हुसीपी पथ - 8.790 कि.मी.
- सांगाजाटा-संसगसाल-रुतागुटू पथ एवं पुलिया निर्माण - 5.360 कि.मी.
- टेन्सरा से पुखरीबुरू पथ में पुलिस निर्माण (चैनेज 4.65 कि.मी) - 44.76 मीटर
- टेन्सरा से पुखरीबुरू पथ में पुल निर्माण (चैनेज 2.70 कि.मी) - 34.26 मीटर
- पुखरीबुरू से मसुरीबुरू पथ में पुल निर्माण - 35.0 मीटर
- बंदाबेड़ा से बुरुबोड़ता पथ - 7.33 कि.मी.
- टेन्सरा से उदलकम पथ - 6.10 कि.मी.
- झींकपानी-बाईहातु-लिसीमोती पथ का उन्नयन कार्य - 23.70 कि.मी.
- पुरनापानी-केंजड़ा-झींकपानी पथ का उन्नयन कार्य - 21.40 कि.मी.
- दोकट्टा गाउसाई चौक से सानकुचिया वाया चालगी, हेस्सासुरनिया, मुंडासाई पथ - 11.60 कि.मी.
- राजाबासा से राईका पथ एवं पुलिया का निर्माण - 6.70 कि.मी.
- कुन्द्रीझोर से राईका तक पथ मरम्मत कार्य - 8.0 कि.मी.
- अंजेदबेड़ा से तुम्बाहाका पथ - 0.940 कि.मी.
- तुम्बाहाका से पीसीसी पथ निर्माण - 1.00 कि.मी.
ये भी पढ़ें- हवस के दरिंदे चाचा ने रिश्ते को किया तार-तार, नाबालिग भतीजी से किया दुष्कर्म; गांववालों ने दी ऐसी सजा कि...नक्सल प्रभावित टोन्टो व खूंटपानी प्रखंड में सड़कों के निर्माण के लिए योजना व प्राक्कलन तैयार कर लिया गया है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद सड़कों को बनाने के लिए निविदा प्रकाशित कर दी जायेगी। प्रयास रहेगा कि तय समय पर सड़के बनकर तैयार हो जायें ताकि संबंधित गांवों में आवागमन आसान हो सके। - राधेशयाम मांझी, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, चाईबासा।
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