झारखंड में रेल कर्मी की शर्मनाक करतूत, नहा रही महिला का चोरी छिपे बनाय़ा वीडियो; पीड़िता ने देखा तो...
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम स्थित चक्रधरपुर से सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक रेल कर्मी ने महिला का नहाने के दौरान चोरी छिपे वीडियो बना लिया। इस दौरान जब महिला देखी तो हैरान हो गई और उस व्यक्ति का विरोध करने लगी। फिलहाल महिला ने थाने में आवेदन देकर रेल कर्मी पर मामला दर्ज करवाया है। वहीं इस घटना को लेकर आस-पास के लोगों में काफी आक्रोश है।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले डोंगवापोशी में एक सहायक लोको पायलट ने एक महिला का चोरी छिपे नहाने के दौरान वीडियो बना डाला। इस घटना को लेकर तमाम रेलकर्मियों में सहायक लोको पायलट के खिलाफ गुस्सा भड़का हुआ है।
पीड़ित महिला ने हिम्मत दिखाते हुए घिनौने कार्य के खिलाफ आवाज उठाकर नोवामुंडी थाना में मामला दर्ज करवाया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, लोको पायलट चक्रधरपुर रेल मंडल के डोंगवापोशी में सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत है। उसने मंगलवार सुबह रेलवे क्वार्टर के छत पर चढ़कर चोरी-छिपे महिला का वीडियो बना लिया।
इस दौरान महिला ने रेल चालक को वीडियो बनाते हुए देख लिया और विरोध करने लगी। बताया जा रहा है कि महिला इस घटना से विचलित है। किसी तरह हिम्मत जुटाकर केस दर्ज करवाई है।
15 किमी दूर जाकर नोवामुंडी थाना में केस दर्ज करवाई
हैरानी की बात यह है कि इस मामले की जानकारी डोंगवापोशी जीआरपी थाना प्रभारी को नहीं है। बताया यह भी जा रहा है कि डोंगवापोशी जीआरपी थाना ने पीड़ित महिला का केस लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पीड़िता ने 15 किलोमीटर दूर जाकर नोवामुंडी थाना में केस दर्ज करवाई।
आरोप है कि जीआरपी थाना से पीड़ित महिला को किसी तरह का सहयोग नहीं मिला। इसको लेकर भी लोगों में जीआरपी के खिलाफ नाराजगी है।
जीआरपी से पीडिता को सहयोग नहीं मिलने से लोग नाराज
लोगों का कहना है की चोरी जैसी घटनाओं में भी जीआरपी का सहयोग रेलकर्मियों को नहीं मिलता है। बहरहाल, नोवामुंडी में रेल चालक बलिराम कुमार के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद वह डोंगवापोशी रेलवे कॉलोनी से फरार है।
स्थानीय रेल कर्मियों का कहना है कि बुधवार सुबह बलिराम कुमार को उसके क्वार्टर के पास देखा गया था, लेकिन उसके बाद से वह कानूनी कार्रवाई के डर से फरार है। ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल और मेंस कांग्रेस ने इस घटना की तीखी भर्त्सना की है।
ऐसे अच्छे माहौल में अगर इस तरह के गंदी मानसिकता और महिलाओं पर बुरी नजर रखने वाले लोग हैं तो यह गंभीर मामला है। दोषी रेल चालक पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही साथ रेल प्रशासन को भी विभागीय जांच कर रेल चालक पर सख्त विभागीय कार्रवाई कर दंड देना चाहिए ताकि इस तरह की घटना ना हो।
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