58 आक्सीजन एक्सप्रेस देश के विभिन्न राज्यों के लिए भेजी गईं
दक्षिण पूर्व रेलवे ने चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटागनर तथा राउरकेला स्टेशन से तथा बोकारो स्टेशन से 30 मई की दोपहर तक 164 आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों में 11575 मीट्रिक टन जीवनदायिनी लिक्विड मेडिकल आक्सीजन देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के जरूरतमंद मरीजों के इलाज में तेजी लाने के लिए भेजा है।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे ने चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटागनर तथा राउरकेला स्टेशन से तथा बोकारो स्टेशन से 30 मई की दोपहर तक 164 आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों में 11,575 मीट्रिक टन जीवनदायिनी लिक्विड मेडिकल आक्सीजन देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के जरूरतमंद मरीजों के इलाज में तेजी लाने के लिए भेजा है। वहीं 30 मई को रेलवे ने 58 आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को असम, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड और दिल्ली भेजा है। 58 ट्रेनों में से 17 आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई है। चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटानगर स्टेशन से पहले ही 5500 मीट्रिक टन से अधिक लिक्विड मेडिकल आक्सीजन को विभिन्न राज्यों को भेजा गया है। तीन मई को टाटानगर स्टेशन से 10 कंटेनरों में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लिए रवाना किया गया था। पहले ट्रिप में इन कंटेनरों को प्लांट से रीफिलिंग के बाद लोड किया गया था। लेकिन बाद की ट्रिप में इन कंटेनरों की रीफिलिंग की व्यवस्था टाटानगर रेलवे साइडिग पर ही की गई थी, जिससे प्लांट के लिए साइडिग पर वैगनों से और लोडिग के लिए साइडिग पर वापस जाने और उतारने में काफी समय बच गया। दक्षिण पूर्व रेलवे के रेलकर्मी आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। ताकि कोविड-19 के मरीजों के लिए आक्सीजन की आवश्यकता वाले शहरों के लिए लिक्विड मेडिकल आक्सीजन का परिवहन कम समय में हो सके इसके लिए रेल लाइन को क्लियर रखा जाता है और रेलवे ट्रेन कंट्रोल से आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन में कड़ी नजर रखी जा रही है। खराब मौसम में भी आक्सीजन एक्सप्रेस चलता रहे इसके लिए रेलवे ने कड़े कदम उठाएं है।