जागरण संवाददाता, चाईबासा। सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से बनाये गये चक्रव्यूह को भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा नहीं भेद पायी और उन्हें यहां बड़ी हार का सामना करना पड़ा। स्थिति यह रही कि 24 राउंड में हुई मतगणना में केवल 2 राउंड में ही गीता कोड़ा मामूली बढ़त ले पायी। शेष 22 राउंड व पोस्टल बैलेट में जोबा मांझी बड़े अंतर से आगे बनी रही।
सिंहभूम लोकसभा चुनाव की मतगणना मंगलवार सुबह 8 बजे से शुरु की गयी। यहां मुख्य मुकाबला इंडी गठबंधन के झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी व एनडीए से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी गीता कोड़ा के बीच था। पहले चरण के मतों की गिनती के बाद जोबा मांझी ने 16519 मतों से जो बढ़त बनाई उसे अंत तक बनाये रखा। छठे राउंड में जोबा मांझी 84 हजार की बढ़त बना कर बड़ी लीड ले चुकी थी।
गीता कोड़ा ने 11 वें राउंड तक उन्हें 80393 पर रोके रखा लेकिन अंतर काफी अधिक होने के कारण एक बार भी गीता कोड़ा बढ़त नहीं बना पायी। जिससे समीक्षकों के भी होश उड़ गये। सभी दावों को झुठलाते हुए जोबा ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा।
पहले गीता कोड़ा दिख रहीं थी मजबूत लेकिन बाद में चक्रव्यूह में फंसीं...
निवर्तमान सांसद गीता कोड़ा चुनाव से पूर्व काफी मजबूत दिख रही थी। इसमें मधु कोड़ा व भारतीय जनता पार्टी के एक साथ होने पर ताकत दोगुना हो चुकी थी। वहीं महागठबंधन में टिकट के लिए खींचतान, देरी और मनोहरपुर की विधायक जोबा मांझी को प्रत्याशी घोषित कर उन्हें बैकफूट पर ले आया था।
लेकिन, महागठबंधन के नेताओं ने चुनावी रणनीति बेहतर बनाने के साथ 6 विधानसभा में अपना विधायक होने के कारण तैयारी बेहतर तरीके से की। वहीं भाजपा में अंदरुनी गुटबाजी और पुराने व नये कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल नहीं होना भी हार की वजह बना।
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