प्रदूषण से होने वाले नुकसान से स्किन को बचाता है Activated Charcoal, जानें कैसे
वायु प्रदूषण की वजह से स्किन को काफी नुकसान हो सकता है। त्वचा के पोर्स में इकट्ठा होकर ये टॉक्सिन्स एक्ने और ब्रेकआउट की वजह बन सकते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स एक्टिवेटेड चारकोल के इस्तेमाल को प्रदूषण से बचाव (Activated Charcoal Benefits) का बेहतर तरीका बताते हैं। एक्टिवेटेड चारकोल एक्ने की समस्या को कम करने में काफी मदद करता है। आइए जानें इस बारे में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Activated Charcoal for Skin: बढ़ता वायु प्रदूषण हमारी सेहत के साथ-साथ स्किन को भी काफी नुकसान पहुंचा रहा है। प्रदूषण के कारण त्वचा के पोर्स में गंदगी और प्रदूक जमा होते हैं, जिनकी वजह से एक्ने, एलर्जी, रैशेज जैसी कई स्किन से जुड़ी परेशानियां (Air Pollution Effects on Skin) हो सकती हैं। इसलिए प्रदूषण से स्किन को बचाना बेहद जरूरी है। प्रदूषण से त्वचा पर होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने में एक्टिवेटेड चारकोल काफी कारगर ( Activated Charcoal Benefits) साबित हो सकता है। आपको बता दें कि एक्टिवेटेड चारकोल त्वचा के पोर्स को साफ करने और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। आइए जानते हैं कि कैसे त्वचा पर एक्टिवेटेड चारकोल का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
कैसे चारकोल है स्किन के लिए फायदेमंद?
PTI को डॉ. आर.पी. पराशर (Integrated Medical Association (Ayush)), ने बताया कि चारकोल, जिसे ब्लैक डायमंड भी कहा जाता है, त्वचा की ऑयलीनेस को कम करने में काफी कारगर है। ये स्किन के ऑयल को अब्जॉर्ब करके एक्ने और पिंपल जैसी परेशानियां कम करता है। साथ ही, ये पोर्स के भीतर छिपी गंदगी को भी बाहर निकालता है। जिन लोगों की स्किन ऑयली है, उनके लिए एक्टिवेटेड चारकोल का इस्तेमाल काफी फायदेमंद हो सकता है।
बढ़ता वायु प्रदूषण, जिसमें PM2.5 से PM10 पार्टिकल्स स्किन के पोर्स को ब्लॉक कर सकते हैं, जिसके कारण ब्रेकआउट्स हो सकते हैं। इसके अलावा, हवा में मौजूद नाइट्रोजन और लीड जैसे केमिकल्स भी स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये केमिकल्स स्किन पोर्स के जरिए ब्लड में भी पहुंच सकते हैं, जो आगे चलकर ऑर्गन डैमेज का कारण बन सकते हैं।
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कैसे काम करता है एक्टिवेटेड चारकोल?
आपको बता दें कि एक्टिवेटेड चारकोल सिर्फ स्किन को टॉक्सिन्स को अब्जॉर्ब करता है। वो खुद स्किन में अब्जॉर्ब नहीं होता। इस वजह से इसके इस्तेमाल से स्किन को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। एक्टिवेटेड चारकोल त्वचा के पोर्स में मौजूद माइक्रोब्स को भी एब्जॉर्ब करता है, जिससे एक्ने और स्किन इन्फेक्शन से बचाव होता है। इतना ही नहीं, एक्टिवेटेड चारकोल सीबम यानी ऑयल प्रोडक्शन को भी कंट्रोल करता है।“रीव्यू ऑफ ग्रीन सिंथेसिस: एक्टिवेटेड चारकोल टू रिड्यूस सीबम लेवल इन ऑयली फेशियल स्किन” नाम की एक स्टडी में बताया गया है कि एक्टिविटेड चारकोल का टेक्सचर पोरस होता है, नेगेटिव चार्ज मॉलिक्यूल्स को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हालांकि, चारकोल शरीर में एब्जॉर्ब नहीं हो सकता, इसलिए ये सिर्फ सतह पर मौजूद टॉक्सिन्स को ही दूर करता है।कुछ लोगों को एक्टिवेटेड चारकोल का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए, खासकर अगर आपकी स्किन ड्राई है तो। चारकोल का स्किन पर इस्तेमाल करना सुरक्षित है, लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से स्किन ड्राई हो सकती है।
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