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Bald Patches: गंजेपन के कारण खाली लगने लगा है माथा तो आज ही शुरू कर दें यह आयुर्वेदिक उपाय

Bald Patches गंजापन एक ऐसी स्थिती है जो लाखों को प्रभावित करते हुए उनके आत्मविश्वास को भी कम करने लगता है। ऐसे में आयुर्वेद आपकी मदद कर सकता है। जानें कुछ ऐसे घरेलू उपचारों के बारे में जो आपके गंजेपन को ठीक कर सकते हैं।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Sun, 19 Feb 2023 10:49 AM (IST)
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Bald Patches: गंजेपन के कारण खाली लगने लगा है माथा तो आज ही शुरू कर दें यह आयुर्वेदिक उपाय
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Bald Patches: बालों का झड़ना एक सामान्य स्थिति है जिससे काफी लोग जूझ रहे हैं। लेकिन जब इसकी वजह से गंजापन दिखाई देने लगे तो यह चिंता का विषय बन जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जो लाखों लोगों को प्रभावित करती है और इसका आत्मविश्वास पर भी काफी असर पड़ता है। अगर आपके माथे पर एक छोटा सा पैच दिख रहा है, तो आपके लिए यह जानने का समय है कि गंजे पैच से कैसे निपटा जाए, इससे पहले कि यह गंभीर रूप ले ले और पूरे स्कैल्प को प्रभावित करना शुरू कर दे।

गंजे पैच से कैसे निपटें?

आम तौर पर, गंजे धब्बे कई अलग-अलग स्वास्थ्य स्थितियों के कारण विकसित होते हैं जिन्हें समय रहते ध्यान दिया जाना चाहिए। चिकित्सा शब्दावली में कहें तो, गंजे पैच एलोपेसिया एरीटा नामक स्थिति के कारण विकसित होते हैं, जहां पैच में बालों का झड़ना होता है। यह या तो खोपड़ी पर, दाढ़ी के आसपास या चेहरे पर दिखाई देता है। यह एक ऐसी स्थिति है जो ज्यादातर ऑटोइम्यूनिटी से जुड़ी होती है, जो एक ऐसी स्थिति है जहां सिस्टम गलती करता है और अपने ही ऊतकों और अंगों पर हमला करता है। इसके अलावा गंजे पैच के कुछ अन्य कारणों में फंगल संक्रमण, जहरीले उत्पादों के संपर्क में आना और तनाव जैसी स्थितियां शामिल हैं।

आयुर्वेद के साथ गंजेपन से कैसे निपटें?

आयुर्वेद में गंजे धब्बे को इंद्रालुप्त के नाम से जाना जाता है। जानकारों के मुताबिक आयुर्वेद का विज्ञान त्रि दोष पर आधारित है, जिसका अर्थ है वात, कफ और पित्त। अगर चेहरे के आसपास के वात और पित्त किसी भी कारण से बढ़ जाते हैं, तो इसका परिणाम अंततः बालों के गिरने में होता है।

आयुर्वेद एक समग्र अभ्यास है जिसका उपयोग पूरे इतिहास में सभी प्रकार की स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए किया गया है और गंजापन भी इसमें शामिल है। विशेषज्ञ का कहना है कि आयुर्वेद एक समग्र उपचार है जो बालों के विकास में मदद करता है। हालांकि, रोगी की पूरी जांच के बाद दवाएं निर्धारित की जाती हैं। लेकिन अगर आपकी स्थिति बहुत गंभीर नहीं है और आप कुछ बाल पतले होते हुए देख रहे हैं, तो ये घरेलू उपचार आपकी मदद कर सकते हैं।

गंजेपन का आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

1. भृंगराज

भृंगराज जिसे अंग्रेजी में फॉल्स डेजी के नाम से जाना जाता है इस समस्या के लिए प्रभावी उपाय है, जो आपको गंजे पैच से निपटने में मदद कर सकता है। इससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और हेयर फॉलिकल्स सक्रिय होते हैं, जो बालों के विकास को बढ़ाने में मदद करता है। भृंगराज पाउडर आयुर्वेद स्टोर्स में आसानी से उपलब्ध है और इसका उपयोग बालों को धोने के लिए किया जा सकता है।

2. रीठा

सदियों पुराना यह उपाय आपके बालों के लिए बेहद स्वस्थ है। जानकार इसे आयुर्वेदिक शैम्पू कहते हैं जो आपके बालों के लिए एक बेहतरीन क्लींजर का काम करता है। इसे रातभर भिगोकर रखें और अगली सुबह बालों के विकास के लिए शैंपू की तरह इस्तेमाल करें।

3. आंवला

बालों को स्वस्थ और पोषित रखने के लिए सिर पर आंवला का तेल लगाना या खाना दोनों ही काम कर सकता है। उनका कहना है कि आंवला का सेवन हेयर टॉनिक के रूप में काम करता है जो आपके बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि आंवला बालों के झड़ने के लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है। आंवला पाउडर युक्त हर्बल मिश्रण बालों को मजबूत कर सकता है और उनके विकास को प्रेरित कर सकता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।