बारिश के मौसम में हाथ-पैरों की खूबसूरती मेनटेन रखने के साथ फंगल इन्फेक्शन से भी बचाता है Epsom Salt
मानसून में फंगल इन्फेक्शन का खतरा काफी बढ़ जाता है। हवा में नमी बढ़ने से कई तरह के बैक्टीरिया को ग्रोथ के लिए अनुकूल माहौल मिल जाता है। रिंग वॉर्म एथलीट्स फुट इस मौसम में बहुत ही आम है। फंगल इन्फेक्शन से बचे रहने के लिए स्किन को सूखा रखना बहुत जरूरी है। वैसे इप्सम सॉल्ट की मदद से भी इस खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। खूबसूरत नजर आने के लिए सिर्फ चेहरे को ही चमकाना जरूरी नहीं। हाथ और पैरों की भी देखभाल इतनी ही जरूरी है। साफ-सुथरे हाथ-पैर, कटे हुए नाखून हाइजीन की भी पहचान होते हैं। गर्मियों में धूप, पॉल्यूशन के चलते हाथ-पैरों की स्किन टैन और डल नजर आने लगती है और बारिश के मौसम में फंगल इन्फेक्शन की भी प्रॉब्लम बढ़ जाती है। नेल्स में फंगल इन्फेक्शन देखने में तो खराब लगता ही है साथ ही इससे उनका रंग पीला या काला हो सकता है और नाखून थोड़ा सा बढ़ते ही टूटने लगते हैं। इस वजह से हफ्ते दो हफ्ते में पेडिक्योर-मेनिक्योर करते रहना जरूरी है। जिसमें इप्सम सॉल्ट है बेहद फायदेमंद।
इप्सम सॉल्ट स्किन को फंगल इन्फेक्शन और बैक्टीरिया से बचाता है। ये पैरों की स्किन को साफ और मुलायम रखता है। इतना ही नहीं, पैरों में होने वाले दर्द व सूजन की समस्या भी दूर करता है।
ऐसे करें पेडिक्योर में इप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल
- टब या बॉल्टी में हल्का गरम पानी भर लें।
- इसमें एक चम्मच इप्सम सॉल्ट डालें।
- इस पानी में पैरों को कम से कम 30 से 45 मिनट डुबोकर रखें।
- पेडिक्योर में अरोमाथेरेपी का टच लाने के लिए इसमें एसेंशियल ऑयल्स भी डाल सकते हैं।
- कुछ देर डुबोकर रखने के बाद फुट स्क्रब करके उसे डेड स्किन साफ करें।
- पानी से निकालकर पैरों को पोछकर अच्छे से सुखा लें। के पास सोप लगाकर मसाज करें।
- पैरों को मॉयश्चराइज करना न भूलें।
मेनिक्योर में इप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल
- नेल्स को रिमूवर से साफ कर लें। फिर नेल्स को काट कर फाइल कर लें।
- हाथों को हल्के गर्म पानी में इप्सम सॉल्ट डालकर भिगोकर रखें।
- पानी में फोमिंग के लिए बॉडी वॉश डाल सकती हैं और साथ ही एसेंशियल ऑयल्स भी।
- हाथों को स्क्रब करें। जिससे सारी डेड स्किन हट जाएगी।
- हाथों को मॉयश्चराइज करें और फिर नेल पेंट लगाएं।