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Lip Job vs Lip Surgery: लिप ट्रीटमेंट लेने से पहले, जान लें लिप जॉब और लिप सर्जरी से जुड़ी जरूरी बातें

Lip Surgery vs Lip Surgery खुद को यंग और खूबसूरत दिखाने के लिए आजकल मार्केट में कई तरह के ट्रीटमेंट्स मौजूद हैं। आप अपने जिस फीचर से खुश नहीं हैं उसे सर्जरी करवा सकते हैं। हालांकि लिप ट्रीटमेंट को लेकर महिलाओं में कंफ्यूजन देखने को मिलती है। वह नहीं समझ पातीं कि लिप जॉब और लिप सर्जरी में से उनके लिए क्या सही है।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Fri, 21 Jul 2023 07:43 AM (IST)
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जानें लिप जॉब और लिप सर्जरी में अंतर
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Lip Surgery vs Lip Surgery: जैसे-जैसे समय बदला वैसे-वैसे सुंदरता की परिभाषा भी बदलती चली गई। आए दिन नए-नए ब्यूटी ट्रेंड्स देखने को मिलते हैं, जिन्हें सेलेब्रिटीज से लेकर आम इंसान तक हर कोई अपनाते हुए नजर आ जाता है। चाहे वो टैटू बनवाना हो या फिर कॉस्मेटिक सर्जरी। पिछले कुछ सालों में कॉस्मेटिक सर्जरी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। पहले जहां ज्यादातर सेलेब्स की इन ट्रीटमेंट्स को अपनाने की खबरें आती थीं, तो वहीं आम जीवन में भी महिलाएं अपनी नाक, कान और होंठ की सर्जरी करवाती नजर आ जाती हैं।

आपने अब तक आइब्रो फिलर का क्रेज देखा होगा, लेकिन पिछले कुछ समय में मोटे और प्लम्प लिप्स के लिए दीवानगी काफी बढ़ी है। हालांकि, लिप फिलर्स और लिप जॉब दोनों में अंतर होता है, जिसे लेकर बहुत से लोगों को कन्फ्यूजन है। इसी के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की। हमने मणिपाल हॉस्पिटल, बेंगलुरु की प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जन संध्या बालासुब्रमण्यम से बात की। आइये जानते हैं कि वह क्या बताती हैं।

लिप जॉब क्या है?

संध्या कहती हैं कि लिप जॉब वह सामान्य बोलचाल का शब्द है, जिसका इस्तेमाल डर्मल फिलर्स के लिए किया जाता है। इसमें होठों को बड़ा और मोटा बनाया जाता है। डर्मल फिलर्स के बाद होंठ पूरी तरह से जवां दिखने लगते हैं। इन फिलर्स को होंठों में इंजेक्ट किया जाता है ताकि वे भरे हुए लगें। इतना ही नहीं फिलर्स उनकी बनावट को सुधारता है और फाइन लाइ्न्स और झुर्रियों को कम करने में मदद करता है। इसके लिए मुख्य रूप हयालूरोनिक एसिड (AHA) का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा केमिकल है, जिसे हमारा शरीर भी प्राकृतिक रूप से बनाता है।

लिप जॉब की प्रक्रिया क्या है?

लिप फिलर्स के लिए हयालूरोनिक एसिड (AHA) का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि शरीर इसे अच्छी तरह से सहन कर लेता है और उनमें एलर्जी प्रतिक्रियाओं का जोखिम कम होता है। प्रक्रिया से पहले 15-20 मीटर तक सुन्न करने वाली क्रीम लगाई जाती है और फिलर को सटीक मात्रा और स्थान पर होंठों में इंजेक्ट किया जाता है।

लिप जॉब के फायदे क्या हैं?

  • अच्छे और नेचुरल दिखने वाले पाउट परफेक्ट लिप्स मिल जाते हैं मोटे युवा होंठ प्राप्त करना
  • लिप फिलर्स से तुरंत परिणाम और आरामदायक रिकवरी मिलती है
  • होंठों को आकार देना, झुर्रियों को कम करना, होंठों को हाइड्रेट करता है, क्यूपिड्स बो बढ़ाने जैसी कई चीजें मिलती हैं

लिप जॉब के नुकसान क्या हैं?

  • इसके परिणाम अस्थायी होते हैं और केवल 9-12 महीने तक ही रहते हैं, परिणाम बनाए रखने के लिए हर साल टॉप-अप की जरूरत होती है।
  • अगर लिप फिलर्स प्रशिक्षित लोगों द्वारा न ली जाए या गलत तरीके से किए गए हों, इसके परिणामस्वरूप गांठें, फिलर्स का ट्रांसफर होना, बत्तख के होंठ जैसा आकार मिल सकते हैं
  • दुर्लभ लेकिन कभी न बदले जाने वाले दुष्प्रभावों में आर्टरी ब्लॉक, होंठों का खराब होना या फिर गंभीर एलर्जिक रिएक्शन्स शामिल हैं।

लिप सर्जरी क्या है?

लिप सर्जरी के लिए एक शब्द है चीलोप्लास्टी। इसका इस्तेमाल फैट ग्राफ्ट्स डर्मोफैट ग्राफ्ट्स के साथ ऊपरी होंठों के आकार को बढ़ाने, पतले लटके हुए ऊपरी होंठ (लिपलिफ्ट) को ऊपर उठाने या मोटे निचले होंठ के आकार को कम करने के लिए किसी भी सर्जिकल प्रक्रिया को दर्शाने के लिए किया जाता है। लिप जॉब के विपरीत, लिप सर्जरी एक परमानेंट प्रक्रिया है और सर्जिकल प्रक्रिया है। यह स्थानीय एनेस्थीसिया या इंजेक्शन के तहत किया जाता है और डेकेयर प्रक्रिया में लगभग 30-45 मिनट लगते हैं। सर्जरी के बाद रिकवरी में लगभग 10-14 दिन लगते हैं और होठों को अंतिम आकार देने में सूजन को ठीक होने में लगभग एक महीने से 6 सप्ताह का समय लग सकता है।

लिप सर्जरी का फायदा क्या हैं?

  • परमानेंट रिजल्ट
  • लिप लिफ्ट कर सकता है और नाक से ऊपरी होंठ तक की दूरी को कम कर सकता है।
  • सर्जरी के निशान अंदरूनी तौर पर छुपे होते हैं।

लिप सर्जरी के नुकसान क्या हैं?

  • ठीक में होने में लंबा समय लगता है
  • ध्यान न रखने पर कुछ लोगों में निशान दिखाई दे सकते हैं
  • इसकी संभावना कम होती है, मगर संभवत: लंबे समय तक सूजन हो सकती है।
  • पहली बार में सही न रिजल्ट न मिलने पर होठों में इंजेक्ट किए गए फैट ग्राफ्ट को फिर इंजेक्ट करने की आवश्यकता हो सकती है