आपकी खूबसूरती में दाग लगा सकता है Hyper-Pigmentation, डॉक्टर ने बताए इससे निपटने के तरीके
इन दिनों लोगों की जिंदगी इतनी बिजी हो चुकी है कि उनके पास खुद के समय तक नहीं होता है। ऐसे में वह न तो अपनी सेहत का ध्यान रख पाते हैं और न ही अपनी त्वचा का। इन दिनों कई लोग विभिन्न त्वचा संबंधी समस्याओं से परेशान हैं। हाइपर-पिगमेंटेशन (HyperPigmentation) इन्हीं समस्याओं में से एक है जो आपकी खूबसूरती कम करती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भागती-दौड़ती जिंदगी में इन दिनों लोगों के पास खुद के समय तक नहीं होता। तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर सिर्फ हमारी सेहत ही नहीं, बल्कि त्वचा पर भी देखने को मिलता है। इन दिनों हर कोई विभिन्न त्वचा संबंधी समस्याओं (Skin Problems) से परेशान है। हाइपर-पिगमेंटेशन (HyperPigmentation) इन्हीं समस्याओं में से एक है, जिससे आजकल कई लोग प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में अपनी स्किन को इन समस्याओं से बचाने और खूबसूरत दिखने के लिए लोग ढेर सारे ब्यूटी केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इन प्रोडक्ट्स के अलावा कुछ बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है।
हाइपरपिगमेंटेशन त्वचा संबंधी एक सबसे आम समस्या है, जो बहुत से लोगों को प्रभावित करती है। कई वजहों से लोग इस समस्या का शिकार हो सकते हैं। हालांकि, सही तरीके से अपनी स्किन की देखभाल कर इसे कंट्रोल या कम कर सकते हैं। हाल ही में स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. रश्मि शेट्टी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर हाइपरपिगमेंटेशन से राहत पाने के लिए कुछ जरूरी बातें शेयर कीं।यह भी पढ़ें- गर्मियों में ड्राई स्किन से लेकर रेडनेस व जलन जैसी कई समस्याएं दूर करने में असरदार है Hyaluronic Acid
सनस्क्रीन का अहम योगदान
उन्होंने बताया कि पूरे दिन में एक बार सनस्क्रीन लगाना हाइपरपिगमेंटेशन कंट्रोल करने के लिए काफी नहीं है। इसके लिए कम से कम हर 4 घंटे में सनस्क्रीन दोबारा लगाना चाहिए। खासकर तब अगर आपको पिगमेंटेशन होने का खतरा है या अगर आपको पहले से ही पिगमेंटेशन की समस्या है, तो इस बात का जरूर ध्यान रखें।
हेल्दी डाइट भी है जरूरी
डॉक्टर ने आगे बताया कि मॉइस्चराइजिंग और बैरियर रिपेयरिंग भी बहुत जरूरी है। इसके लिए स्किन केयर प्रोडक्ट्स के अलावा अपनी डाइट में कुछ ऐसे फूड आइटम्स को शामिल कर सकते हैं, जो त्वचा को हाइड्रेट करते हैं और साथ ही आप सप्लीमेंटरी फूड्स की मदद से भी अपनी त्वचा को हाइड्रेशन दे सकते हैं।साथ ही उन्होंने यह भी सलाह दी कि हाइपरपिग्मेंटेशन का इलाज खुद से करने की कोशिश न करें और न ही इसके लिए खुद कोई दवा लें। अपने मन से इलाज करने की वजह से पिग्मेंटेशन की समस्या और ज्यादा खराब हो सकती है।