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Skin Care Tips: मेनोपॉज के दौरान हैं स्किन की समस्याओं से हैं परेशान, तो अपनाएं ये कारगर उपाय

महिलाओं में 45-55 की उम्र में मेनोपॉज होता है। इस दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं। उन बदलावों में एक बड़ा बदलाव आपकी त्वचा में भी होता है। मेनोपॉज के समय आपकी त्वचा रूखी होने लगती है। हार्मोन्स में बदलाव के कारण और भी कई स्किन की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इससे राहत पाने के लिए ये आसान उपाय अपना सकते हैं।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Tue, 17 Oct 2023 03:45 PM (IST)
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मेनोपॉज के दौरान इस तरह रखें अपनी त्वचा का ख्याल

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Skin Care Tips: मेनोपॉज महिलाओं के शरीर में होने वाले सबसे बड़े बदलावों में से एक है। आमतौर पर मेनोपॉज 45-55 साल की उम्र में होता है। मेनोपॉज तब कहा जाता है, जब आपको एक साल तक पीरियड्स नहीं आते हैं। इस समय ओवरीज में बनने वाला हार्मोन एस्ट्रोजन बनना कम होने लगता है। इस वजह से त्वचा रूखी हो जाती है, साथ ही आपकी स्किन बैरियर भी कमजोर होने लगती है और एक्ने, रोजेशिया की समस्या भी हो सकती है। इस बदलाव के दौरान जरूरी है कि आप अपनी स्किन केयर में भी बदलाव करें। आइए जानते हैं कि मेनोपॉज के दौरान अपनी स्किन का कैसे ख्याल रखें।

पेपटाइड्स

मेनोपॉज के दौरान स्किन में कोलेजन बनना कम हो जाता है। ऐसा बढ़ती उम्र के कारण भी होता है। कोलेजन आपकी त्वचा को लूज होने से बचाती है, जिस वजह से झुर्रियां की समस्या कम होती है। पेपटाइड्स कोलेजन बनाने में आपका त्वचा की मदद करता है। इसलिए इसे अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करें। यह आपको सीरम या मॉइस्चराइजर की तरह मिल सकता है।

रेटिनॉल

रेटिनॉल विटामिन-ए का एक रूप है, जो नए स्किन सेल्स बनाने में मदद करता है। यह एंटी-एजिंग के लक्षणों को भी कम करता है। झुर्रियां और बेजान त्वचा के लिए भी यह बहुत कारगर होता है। यह मेनोपॉज के दौरान होने वाले एक्ने भी कम करता है। इसलिए इसे अपने स्किन केयर में शामिल करना न भूलें।

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हाइड्रेशन

मेनोपॉज के दौरान होने वाली सबसे बड़ी स्किन की समस्या ड्राईनेस होती है। इस लिए अपने स्किन केयर में ज्यादा हाइड्रेटिंग चीजों को शामिल करें जैसे-हायल्युरॉनिक एसिड। इससे आपकी त्वचा कम खिंची-खिंची लगेगी। यह आपकी स्किन को ग्लोइंग बनाता है. इसलिए अपने स्किन केयर में हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइजर और सीरम का इस्तेमाल करें।

सनस्क्रीन

सनस्क्रीन का इस्तेमाल हर रोज करना चाहिए। मेनोपॉज के दौरान भी सनस्क्रीन का उपयोग बेहद जरूरी है। इससे स्किन कैंसर की संभावना कम होती है और एजिंग के लक्षण भी कम नजर आते हैं।

एक्सफोलिएशन

मेनोपॉज के दौरान स्किन बेजान हो जाती है, इसलिए एक्सफोलिएशन नरम और चिकनी त्वचा पाने में मदद कर सकता है। कम स्ट्रांग ग्लाइकोलिक एसिड या सैलिसिलिक एसिड के इस्तेमाल से डेड सेल्स को हटाने में मदद मिल सकती है और एक्ने की समस्या भी कम होती है। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि ज्यादा एक्सफोलिएट न करें। यह आपकी त्वचा को और ड्राई बना सकता है।

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Picture Courtesy: Freepik