पहली बार महिलाओं नहीं बल्कि पुरुषों के लिए बनाई गई थीं High Heels, पढ़ें इसकी मजेदार कहानी!
हील्स को महिलाओं के फैशन स्टेटमेंट से जोड़कर देखा जाता है। आज मार्केट में कई तरह की हील्स देखने को मिल जाएंगी जिन्हें महिलाएं अपने लुक को और बेहतर बनाने के लिए पहनती हैं। लेकिन हील्स की कहानी बेहद रोचक है। इन्हें सबसे पहले पुरुषों के लिए बनाया गया था। जानें क्या है हील्स की कहानी और कैसे बनें ये महिलाओं के फैशन का हिस्सा।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Wed, 18 Oct 2023 06:27 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। High Heels: हील्स का नाम सुनते ही हमें सबसे पहले महिलाएं याद आती हैं। किसी भी फंक्शन में जाना हो महिलाएं अक्सर हील्स पहनना पसंद करती हैं ताकि वे लंबी और खूबसूरत लग सकें। हील्स को पहनकर चलने में बहुत तकलीफ होती है, लेकिन फिर भी इन्हें फैशन और स्टेटस से जोड़कर देखा जाने के कारण महिलाएं इन्हें पहनती हैं। लेकिन क्या आपको पता है जिन हील्स को आज महिलाओं के फैशन से जोड़कर देखा जाता है, उन्हें सबसे पहले पुरुषों के लिए बनाया गया था। आइए जानते हैं क्या है हील्स का इतिहास और कैसे बनी ये महिलाओं की फेवरेट।
पुरुषों के लिए बनाई गई थीं हील्स
हील्स जिन्हें आज के समय में हम महिलाओं से जोड़ते हैं, सबसे पहले पुरुषों के लिए बनाई गई थीं। इनका सबसे पहले इस्तेमाल दसवीं शताब्दी में परशियन साम्राज्य में हुआ। सैनिक युद्ध के दौरान घुड़सवारी करते वक्त रकाब में पैरों को फंसाने के लिए हील्स पहना करते थे। इसी के बाद से हील्स को ऊंचे ओहदे के साथ भी जोड़कर देखा जाने लगा।
फिर यूरोप जा पहुंचीं हील्स
इसके बाद 15वीं शताब्दी में हील्स यूरोप पहुंच गईं। जहां इनका इस्तेमाल रईस अपनी क्लास दिखाने के लिए करते थे। उस समय में हील्स का इस्तेमाल जूते की तरह कम और ऊंचे औदे के लिए ज्यादा किया जाता था। यह एक तरह से रईसों की सामाजिक निशानी हुआ करती थी। उनका पहनावा बताता था कि वे लेबर क्लास से नहीं आते और उन्हें कोई मेहनत या मजदूरी वाला काम नहीं करना होता। ऐसा उन्हें समाज में ऊंचा दिखाने के लिए किया जाता है।यह भी पढ़ें: फेस्टिवल में इस बार ब्लैक कलर से लगाएं ग्लैमर का तड़का, इन ऑप्शन्स के साथ करें एक्सपेरिमेंट
16वीं शताब्दी से महिलाओं ने पहननी शुरू की हील्स
महिलाओं में हील्स का चलन 16वीं शताब्दी में शुरू हुआ। इनका इस्तेमाल ऊंचे घरानों की महिलाओं के सामाजिक स्तर को दिखाने के लिए किया जाता था। इनकी ऊंचाई 54 से.मी. तक भी होती थी । इन्हें हमेशा कपड़े के नीचे छिपा कर रखा जाता था। इसलिए जितनी ऊंची हील होती थी, उसे छिपाने के लिए ड्रेस में कपड़ा भी उतना ही अधिक इस्तेमाल होता था। यह भी सोशल स्टेटस दिखाने का एक तरीका था।