Dussehra 2023: रावण के ऐसे गुण जिसके बारे में कम ही जानते हैं लोग
भले ही रावण को राक्षस मानकर आज के दिन उसका पुतला जलाया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं रावण बहुत गुण भी था। जी हां रावण के बारे में जानकर आपके मन में उनके लिए सम्मान की भावना जाग सकती है। जानें ऐसे कौन-कौन से गुण थे जिनके कारण राक्षस होने के बावजूद रावण को महान ब्राह्मण माना जाता है।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Tue, 24 Oct 2023 08:05 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dussehra 2023: दशहरे के दिन रावण का पुतला जलाकर इस पर्व की खुशियां मनाई जाती हैं। बचपन से हम यही सुनते आए हैं कि रावण बहुत बुरा था, उसने माता सीता का अपहरण किया था आदि, लेकिन क्या आप रावण के गुणों से वाकिफ हैं? जी हां, रावण कई सारे गुणों का भी धनी था। जिसके बारे में भी आपको जानना चाहिए। आइए इस दशहरा पर जानते हैं लंकापति रावण के कुछ ऐसे गुणों के बारे में, जो उन्हें सम्माननीय बनाते हैं।
शिव भक्त
रावण भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे। ऐसा माना जाता है कि रावण ने भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश पर्वत को अपने साथ लंका ले जाने के लिए उठा लिया था, लेकिन भगवान शिव ने अपनी पैर की छोटी उंगली से दबा कर पर्वत नीचे कर दिया था। इस वजह से रावण की उंगलियां दब गई और वे दर्द के कारण चिल्ला पडे़। लेकिन वे भगवान शिव की शक्ति से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने शिव तांडव स्त्रोत का निर्माण किया। जिससे महादेव ने प्रसन्न होकर उन्हें आशीर्वाद दिया था।
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ब्रह्मदेव के वंशज
रावण के पिता ऋषि विश्रव ब्रह्मदेव के पुत्र प्रजापति पुल्सत्य के पुत्र माने जाते हैं। इस नाते रावण ब्रह्मदेव के परपोते हुए।
वेदों के ज्ञाता
रावण के पिता एक ऋषि थे और माता एक राक्षसी। ऐसा कहा जाता है कि रावण दुनिया के सबसे ज्ञानी पुरुषों में से एक थे। वे सभी वेदों के साथ-साथ विज्ञान, गणित, राजनीतिजैसे अन्य कई शास्त्रों का ज्ञाता थे।इस कारण वे राक्षस कुल के होने के बाद भी उन्हें विद्वान माना जाता है।