Eid-Ul-Fitr 2023: भारत में कब मनाई जाएगी ईद? जानें इस त्योहार का महत्व और इतिहास
Eid-Ul-Fitr 2023 हर साल रमजान के पाक महीने के बाद ईद उल फितर का जश्न मनाया जाता है। इस साल ईद भारत में 22 अप्रैल को मनाई जाएगी। तो आइए जानें इस खास त्योहार का इतिहास महत्व और जश्न का तरीका।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Eid-Ul-Fitr 2023: रमजान के पवित्र महीने के आखिर में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। जिसे दुनियाभर में मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोग बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है, यह दिन रमजान खत्म होने की निशानी भी है।
रमजान के पूरे महीने मुस्लिम सुमदाय के लोग रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत में लग जाते हैं। जिसके 29 या 30 दिन बाद ईद का जश्न शुरू होता है। इस मौके पर लोग नए कपड़े पहनते हैं, खास पकवान बनाते हैं और अपने करीबियों के साथ इस दिन को और खास बनाते हैं।
यह त्योहार शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है - वह महीना जो हिजरी कैलेंडर में रमजान के बाद आता है। इसके अलावा, क्योंकि इस्लामिक कैलेंड चांद पर निर्भर करता है, इसलिए हर साल तारीख भी चांद के अनुसार अलग होती है।
ईद-उल-फितर शव्वाल महीने की शुरुआत में आता है, इसलिए अलग-अलग देशों में इसे अलग-अलग दिन मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर में हर महीने में 29 या 30 दिन होते हैं। ईद-उल-फितर के बाद मुस्लमान समुदाय ईद-उल-जुहा भी मनाता है।
ईद-उल-फ़ितर कब है?
इस साल ईद उल फ़ितर का त्योहार सउदी अरब में 21 अप्रैल को मनाया जा रहा है, जिसका मतलब देश में इसे 22 अप्रैल को मनाया जाएगा।
ईद-उल-फ़ितर का इतिहास और महत्व
पहली ईद उल-फ़ितर पैगम्बर मुहम्मद ने सन 624 ईसवी में जंग-ए-बदर के बाद मनाई थी। ईद उल फ़ितर के अवसर पर पूरे महीने अल्लाह की इबादत की जाती है, रोज़ा रखा जाता है और कुरान पढ़ा जाता है। जिसके बाद मजदूरी मिलने का दिन ही ईद का दिन कहलाता है।
ईद उल-फ़ितर का मक्सद यह भी है कि हम ग़रीबों और जरूरतमंदों की मदद करें। समाज में एक दूसरे के साथ खुशियां बांट सकें। इसलिए इस दिन गरीबों को ज़क़ात भी दी जाती है, ताकि वे भी ईद मना सकें। ईद भाई चारे और आपसी मेल का त्योहार है। ईद के दिन लोग एक दूसरे के दिल में प्यार बढ़ाने और नफरत को मिटाने के लिए एक दूसरे से गले मिलते हैं।
ईद-उल-फितर का जश्न
रमजान के खत्म होने की खुशी के अलावा ईद पर मुसलमान अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं, कि उन्हें महीने भर रोजा रखने की ताकत दी। मुसलमानों का त्योहार ईद मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला त्योहार है। इस दिन को सभी आपस में मिल के मनाते हैं और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं।
ईद के दिन अच्छा खाना खाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, परिवार और दोस्तों को तोहफे देते हैं। दिन की शुरुआत मीठे से की जाती है, इसलिए सुबह की नमाज के बाद सिवैया जरूर खाई जाती हैं।
गरीबों को अपनी ज़क़ात दी जाती है, मिठाई बांटी जाती है। इसके अलावा घर के छोटों को बड़ों से गिफ्ट और पैसों के रूप में ईदी मिलती है।