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Valentine's Special: वो राजा जिसने अपने प्यार के लिए कर दिया था सिंहासन को कुर्बान...

फरवरी के महीने में प्यार के अलग-अलग दिन जैसे- रोज डे वेलेंटाइन डे मनाए जाते हैं। इन दिनों को लेकर कपल्स काफी उत्साहित रहते हैं। तोहफों से साथ-साथ वे एक-दूसरे का जीवनभर साथ देने का वादा भी करते हैं। प्यार में साथ निभाने की एक बड़ी ही खूबसूरत और दिलचस्प कहानी आज हम आपको बताने वाले हैं। जानें किंग एडवर्ड VIII और वैलिस सिम्पसन की अनोखी प्रेम कहानी।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Mon, 05 Feb 2024 01:26 PM (IST)
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प्यार की मिसाल है, किगं एडवर्ड और वैलिस सिम्पसन की कहानी
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Valentine's Special: फरवरी का महीना अपने साथ प्यार का मौसम लेकर आता है। वन बर्ड्स के लिए यह महीना कुछ ज्यादा ही खास होता है। रोज डे, चॉकलेट डे और सबसे खास वेलेंटाइन डे, इसी महीने में मनाए जाते हैं। कपल्स अपने प्यार के वादे को ताजा करते हुए, एक-दूसरे को तोहफे देते हैं, फूल देते हैं, एक-दूसरे का हमेशा साथ निभाने की कसमें खाते हैं, एक-दसरे के लिए चांद-तारे तोड़ने की बातें करते हैं। अपने प्यार की तुलना लैला-मजनू और रोमियो-जुलिएट से करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल दुनिया में भी कुछ ऐसे लोग हुए हैं, जिन्होंने प्यार के लिए पैसा, शोहरत, ताकत के साथ शाही सिंहासन को भी कुर्बान कर दिया। आज हम आपको ऐसी ही एक शख्स की दिलचस्प कहानी बता रहे हैं, जो कभी इंग्लैंड का बादशाह हुआ करता था।

किंग एडवर्ड VIII और वैलिस सिम्पसन

दरअसल, इस कहानी ने न केवल प्यार की एक नई मिसाल स्थापित की थी बल्कि, इंग्लैंड की सत्ता में भी हलचल मचा दी थी। किंग एडवर्ड VIII, यूके के किंग जॉर्ज V और क्वीन मेरी के सबसे बड़े बेटे थे। किंग जॉर्ज के बाद 1936 में इंग्लैंड की सत्ता किंग एडवर्ड को सौंपी गई। उनका पूरा नाम था, एडवर्ड एल्बर्ट क्रिस्टियन जॉर्ज एंड्रयू पैट्रिक डेविड, जो आगे चलकर एडवर्ड VIII के नाम से जाने गए। वह क्वीन एलिजाबेथ II के पिता, किंग जॉर्ज VI, के बड़े भाई थे।

वह भले ही इंग्लैंड पर राज कर रहे थे, लेकिन वह एक साधारण महिला से प्यार करते थे, जिनका नाम वैलिस सिम्पसन था। उस समय किसी भी रॉयल परिवार के सदस्य को किसी ऐसे शख्स के साथ शादी करने की इजाजत नहीं थी, जो पहले से शादीशुदा हो या तलाकशुदा हो। ऐसा ही कुछ मसला किंग एडवर्ड VIII और वैलिस सिम्पसन के साथ भी था। वैलिस एक साधारण महिला तो थी हीं साथ ही वह पहले से शादी-शुदा थीं।

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सन 1931 में हुई थी पहली मुलाकात

इन दोनों की पहली मुलाकात 1931 में, एक पार्टी के दौरान हुई। उस समय किंग एडवर्ड प्रिंस हुआ करते थे और यह पार्टी इंग्लैंड के बहरोज़ कोर्ट में उनकी मिस्ट्रेस लेडी फरनेस ने दी थी। इस पार्टी में वैलिस सिम्पसन भी आईं थीं, जो उस वक्त अरनेस्ट सिम्पसन की पत्नी थीं। वैलिस सिम्पसन की यह दूसरी शादी थी और वे कुछ सालों से इंग्लैंड में रह रही थीं, लेकिन उनकी बोली से यह साफ पता लगाया जा सकता था कि वह अमेरिकन थीं। इस पार्टी के दौरान ही, पहली बार प्रिंस एडवर्ड और उनकी मुलाकात हुई। इसके बाद से ये अक्सर मिला करते थे। वैलिस सिम्पसन ने प्रिंस को अपने घर डिनर पर आमंत्रित किया, जिसके बाद यह दोनों के बीच करीबियां बढ़ीं और मुलाकातें भी।

दोनों की बढ़ती नजदीकियां सभी की नजरों में भी आने लगी, जिससे कई सवाल भी उठने लगे। हालांकि, प्रिंस ने वैलिस सिम्पसन के साथ चल रहे अपने अफेयर को छिपाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। लोगों के मन में बढ़ते शक के बावजूद एडवर्ड अपने कई इलवेंट्स में वैलिस सिम्पसन को बकिंघम पैलेस का न्योता देते रहे। प्रिंस मिस सिम्पसन को कई तोहफे भी देते थे, जिसने लोगों के शक को यकीन में बदलना शुरू कर दिया। प्रिंस ने कुछ ऐसे तोहफे भी दिए थे, जो उनके परिवार की विरासत थी।

1936 में प्रिंस से बने किंग एडवर्ड

एक तरफ, इन दोनों का प्यार परवान चढ़ रहा था और दूसरी तरफ किंग जॉर्ज V अपनी अंतिम सांसें ले रहे थे। 1936 में किंग जॉर्ज V का निधन हुआ और प्रिंस एडवर्ड के सिर इंग्लैंड की मोनार्की का ताज सजाया गया। एक राजा और एक शादी-शुदा महिला के बीच प्यार, रॉयल परिवार के लिए किसी कलंक से कम नहीं था। वैलिस सिम्पसन के कहने के बावजूद किंग एडवर्ड ने अपने रिश्ते को छिपाने से इंकार कर दिया।

वैलिस सिम्पसन न सिर्फ उस समय शादीशुदा थीं, बल्कि इससे पहले भी उनका एक बार तलाक हो चुका था। यही वजह थी कि इंग्लैंड की जनता, चर्च और सत्ताधारियों को यह बात हजम नहीं हो पा रही थी। जब किंग एडवर्ड VIII ने वैलिस सिम्पसन से शादी करने के अपने इरादे को जाहिर किया, तो उस वक्त उनका काफी विरोध हुआ। विरोध को देखते हुए किंग एडवर्ड ने वैलिस सिम्पसन के साथ मॉर्गनैटिक मैरिज तक का प्रस्ताव रख दिया। यह एक ऐसा विवाह होता है, जिसमें महिला को कोई राजसी पद नहीं मिलता, न ही उसके बच्चे उत्तराधिकारी बन पाते हैं। हालांकि, इस विवाह के प्रस्ताव को भी सहमति नहीं मिल पाई थी। अंत में किंग एडवर्ड के पास बस दो ही विकल्प बचते थे, या तो वह अपने प्यार की कुर्बानी दें या वैलिस के लिए अपना शाही ताज छोड़ दें।

किंग एडवर्ड VIII ने इंग्लैंड की राजगद्दी को ठुकरा कर और अपने प्यार को चुनकर दुनियाभर को चौंका दिया। वैलिस सिम्पसन ने भी अपने पति को तलाक दिया। फिर एडवर्ड और वैलिस ने फ्रांस में शादी कर ली। इंग्लैंड के इतिहास में यह एक बड़ी घटना थी। इसके बाद इनके छोटे भाई एल्बर्ट, जो आगे चलकर किंग जॉर्ज VI के नाम से जाने गए, को इंग्लैंड का राजा घोषित किया गया और एडवर्ड VIII को ड्यूक ऑफ विंस्टर की उपाधि दी गई।

Valentine's Special

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Picture Courtesy: Instagram