जानें क्यों मनाया जाता है World Blood Donor Day और क्या है इस साल की थीम
हर साल 14 जून को World Blood Donor Day मनाया जाता है। इस साल इस दिन को मनाने का 20वां साल है। इसलिए इस साल यह दिन और खास हो जाता है। इस दिन के साथ-साथ इस साल की थीम भी बेहद खास है। आइए जानें क्या है इस साल की थीम कैसे हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत और क्यों रक्तदान को महादान माना जाता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Blood Donor Day 2024: रक्तदान को महादान कहा जाता है। रक्तदान करने से न जानें कितने लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है। कई जानलेवा मेडिकल कंडिशन्स में डोनेट किए गए ब्लड की मदद से मरीज की जान बचाई जाती है। इसलिए रक्तदान जैसे कार्य के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की कोशिश की जाती है। हर साल रक्तदान जैसे नेक काम के बारे में लोगों को जागरूक बनाने के लिए, 14 जून को World Blood Donor Day मनाया जाता है। आइए जानें क्यों हर साल वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है और क्या है इस साल की खास थीम।
क्यों मनाया जाता है World Blood Donor Day?
रक्तदान का मेडिकल क्षेत्र में कितनी अहम भूमिका है, इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए यह दिन मनाया जाता है। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन सभी ब्लड डोनर्स का भी शुक्रिया अदा किया जाता है, जिनकी वजह से लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है। इसलिए इस दिन लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
यह भी पढ़ें: क्यों जरूरी है रक्तदान और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ध्यान?
कैसे हुई वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाने की शुरुआत?
रिचर्ड लोवर नाक के एक वैज्ञानिक ने 1940 में दो कुत्तों के बीच सबसे पहला सफल ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया, जिसके कोई दुष्परिणाम देखने को नहीं मिले। इसी परीक्षण को नीव बनाकर इंसानों में भी ब्लड ट्रांसफ्यूजन की तकनीक विकसित की गई। इसके बाद साल 2005 में वर्ल्ड हेल्थ असेंबिली ने 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे की तरह मनाने की घोषणा की और तब से इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई। इस साल इस दिन को मनाने के बीस वर्ष पूरे हो रहे हैं।