National Fried Clam Day 2023: सेहत को मिलेंगे ये 4 बड़े फायदे, अगर डाइट में शामिल करेंगे क्लैम्स!
National Fried Clam Day 2023 हर साल इंग्लैंड में 3 जुलाई के दिन नेशनल फ्राइड क्लैम्स डे मनाया जाता है। सन 1916 में पहली बार यह डिश इस देश में बनाई गई थी जिसने हर किसी के दिलों और दिमाग पर खास छाप छोड़ी। तो आइए जानें यह डिश इतनी पॉपुलर कैसे हो गई कि इसके नाम पर एक दिन क्यों डेडिकेट किया गया।
By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Mon, 03 Jul 2023 12:34 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। National Fried Clam Day 2023: हर साल लॉरेंस हेनरी वुडमैन को श्रद्धांजलि देने के लिए 3 जुलाई को नेशनल फ्राइड क्लैम डे मनाया जाता है। वुडमैन ने 3 जुलाई के दिन साल 1916 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर फ्राइड क्लैम्स पहली बार बनाए थे। न्यू इंग्लैंड में यह डिश बेहद पसंद की जाती है। आपको यह डिश देश के लगभग हर रेस्त्रां में मिल जाएगी।
यह दिन क्यों इतना खास है?
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि फ्राइड क्लैम्स को साल 1916 में 3 जुलाई के दिन लॉरेंस हेनरी वुडमैन ने अपनी पत्नी बेस्सी के साथ मिलकर पहली बार फ्राइड क्लैम्स बनाए थे। अगले दिन उन्हें 4th जुलाई की परेड के दौरान एसेक्स के लोगों को बेच दिया। उसी दिन से लोगों के दिलों और दिमाग पर यह डिश छा गई। फिर साल 2015 में इस दिन को लॉरेंस और उनकी पत्नी की याद में नेशनल फ्राइड क्लैम डे के रूम में मनाने की घोषणा की गई।
क्या होते हैं क्लैम्प?
क्लैम्स एक तरह की शेलफिश होती है, जो ताजा पानी के साथ समुद्र में भी पाए जाते हैं। इनके दो शेल या कवच होते हैं, जो दो लिगामेंट से जुड़े होते हैं। यूं तो क्लैम्स की कई डिशेज बनाई जाती हैं, खासकर इंग्लैंड में क्लैम शॉडर और फ्राइड क्लैम्स को काफी पसंद किया जाता है। क्लैम शॉडर सूप की तरह होता है और जैसा कि फ्राइड क्लैम्स के नाम से जाहिर है, इसे फ्राई कर बनाया जाता है। क्लैम्स को फ्राई करने से पहले दूध में भिगोया जाता है, फिर आटा या कॉर्न पाउडर से कोट किया जाता है। फिर इसे डीप-फ्राई करते हैं।क्लैम्स न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होते हैं, बल्कि इसे खाने से सेहत को भी कई तरह के फायदे मिलते हैं।
- क्लैम्स ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का बड़ा स्त्रोत भी होते हैं, जो ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ट्राइग्लिसराइड्स रक्त वाहिकाओं को ब्लॉक कर सकते हैं और हृदय रोगों का कारण बन सकते हैं।
- क्लैम्स प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत होते हैं। इन सेलफिश में मौजूद प्रोटीन कोशिकाओं और टिशूज़ को बनाने और रिपेयर करने का काम करते हैं।
- क्लैम्स विटामिन-बी12 का अच्छा स्त्रोत होते हैं। विटाममिन-बी12 शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने में मदद करता है और साथ ही मस्क्यूलर डीजनेरेशन से बचाता है।
- क्लैम्स आयरन का भी अच्छा स्त्रोत होते हैं। शरीर में हीमोग्लोबिन के प्रोडक्शन के लिए आयरन की जरूरत होती है। हीमोग्लोबिन शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।