Dussehra Festival: इन जायकेदार व्यंजनों से करें घर आए मेहमानों का स्वागत
Dussehra Festival बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार है दशहरा जो आज यानी 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। दशहरे पर भगवान राम की ही नहीं बल्कि मां दुर्गा की भी पूजा होती है। अन्य त्योहारों की ही तरह इसमें भी घरों में पकवान बनाए जाते हैं। भगवान को भोग लगाए जाते हैं। कुछ पकवानों को आज के दिन बनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Tue, 24 Oct 2023 07:45 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dussehra Festival: दशहरा उमंग और उत्साह का त्योहार। रावण दहन देखना, मेला घूमना, घर पर पकवान बनाना...ये सारी परंपराएं काफी पहले से चली आ रही हैं। एक और परंपरा है, जो दशहरे के त्योहार पर खास है वो है पान खाने की। ऐसा माना जाता है कि पान के पत्ते में कई सारे देवी-देवताओं का वास होता है। मां दुर्गा को पान के साथ लौंग, इलायची, सुपारी, बताशे को भोग में रूप मे चढ़ाया जाता है। आज के दिन कुछ पकवान तो घर में जरूर बनाए जाते हैं। बगैर इसके इन फेस्टिवल को अधूरा माना जाता है, तो आप घर आए मेहमानों का इन लजीज़ पकवानों के साथ करें स्वागत। साथ ही पान खिलाना न भूलें।
गुड़ का मालपुआ
एक बाउल में आटा, गुड़, इलायची पाउडर और सौंफ एक साथ मिलाएं। फिर धीरे-धीरे दूध डालते हुए बैटर के स्मूद होने तक फेंटें। कड़ाही में तेल या घी गरम करें। इसके बाद एक गहरे चम्मच से बैटर को इस गर्म तेल में डालते जाएं। मालपुआ को दोनों तरफ से सुनहरा भूरा होने तक पकाएं। ध्यान रहे अच्छे मालपुए की पहचान है कि वो बाहर से कुरकुरा और अंदर से नरम होता है। आप इसे ऐसे भी सर्व कर सकते हैं या फिर चाशनी में डालकर भी थोड़ा और टेस्टी बना सकते हैं। सर्व करने से पहले ऊपर से कटे हुए मेवे डालें।
सेब की खीर
सेब को छीलकर कद्दूकस कर लें। पैन में घी गरम करें। इसमें कसा हुआ सेब डालकर भून लें। दूसरे पैन में दूध उबलने के लिए रख दें। इसमें कंडेंस्ड मिल्क मिलाएं फिर इसमें फ्राई किया हुआ सेब मिलाएं। थोड़ी देर और पकाएं। आंच से उतार कर इलायची पाउडर और बादाम की कतरन मिलाएं। इसे चाहें, तो हल्का ठंडा करके परोसें या कुछ देर फ्रिज में रखने के बाद परोसें।
गुलगुले
एक मिक्सिंग बाउल में आटा, चीनी या गुड़ और आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर गाढ़ा घोल तैयार करें। कुछ देर इसे सेट होने के लिए ढककर रख दें। 5-10 मिनट बाद इसमें इलायची पाउडर डालकर एक बार और अच्छी तरह से फेंट लें। गुलगुले को फ्लफी बनाने के लिए बेकिंग सोडा डालना न भूलें। कड़ाही में तेल गरम कर इस बैटर को पकौड़े जैसे शेप में डालते जाएं और धीमी आंच पर कुरकुरे होने तक तल लें। ये गरमा-गरम खाने में ही मजेदार लगता है।उड़द-मूंग की कचौड़ी
पैन में एक बड़ा चम्मच घी गरम करें। इसमें सौंफ, जीरा, हींग डालकर चटकाएं। इसमें हल्दी, मिर्च, धनिया, गरम मसाला, अमचूर, सौंठ और नमक मिलाएं। बेसन डालकर कुछ देर भूनें। अब इसमें पहले से भिगोई हुई उड्द-मूंग को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर डालना है। दाल को अच्छी तरह भूनें जिससे इसका कच्चापन चला जाए।
कचौड़ियों का आटा तैयार कर लें। इसके लिए आटे में नमक डालें और घी से मोयन लगाएं। पानी की मदद से नरम आटा गूंथ लें। अब भूनी दाल को आटे की लोइयां बनाकर इसमें भरें। हाथों से हल्का दबाएं और कड़ाही में तेल गरम करके तलते जाएं।