Raksha Bandhan 2024: राखी के पर्व को खास बनाने के शानदार तरीके, भाई और बहन दोनों को सालों तक रहेंगे याद
साल 2024 में 19 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन बहनें भाईयों के हाथ पर राखी बांधती हैं और उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। भाई- बहनों को इस वचन के साथी ही उपहार भी देते हैं। क्यों न इस साल राखी के इस त्योहार को ऐसे सेलिब्रेट किया जाए कि ये सबके लिए यादगार बन जाए।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के लिए बहुत खास होता है। बहनें पूरे साल इस त्योहार का इंतजार करती हैं। भाई के हाथों पर राखी बांधकर अपनी रक्षा करने का वादा लेती हैं और उनकी खुशहाल जिंदगी की कामना करती हैं। वहीं भाई इस मौके पर बहनों को तरह-तरह के उपहार देते हैं। भाई-बहन का रिश्ता थोड़ा खट्टा-मीठा होता है। लड़ाई- झगड़े के साथ इसमें प्यार भी छिपा होता है, तो इस दिन को इस बार कुछ अलग तरीके से करें सेलिब्रेट, जो आप दोनों को सालों तक रहे याद।
पर्सनलाइज्ड राखी का ऑप्शन
मार्केट में आपको सस्ती से महंगी हर तरह की राखियां मिल जाएंगी, लेकिन रक्षाबंधन फेस्टिवल को पर्सनलाइज्ड टच देने के लिए आप भाई के नाम वाली राखियां बांधें। जिसे आप खुद से घर पर ही तैयार कर सकती हैं। वैसे आजकल कई सारे वेबसाइट्स पर भी ये ऑप्शन अवेलेबल है। नाम के साथ आप भाई की फोटो भी लगवा सकती हैं।
मैचिंग आउटफिट
राखी के त्योहार को खास बनाने के लिए इस मौके पर मैचिंग आउटफिट का ऑप्शन रखें। एक जैसे कलर की ड्रेस पहनें। उसमें फनी, मौज-मस्ती वाली फोटोज क्लिक कराएं। दूसरा ऑप्शन है कि आप खुद से ही भाई के लिए कोई आउटफिट तैयार करें। बेशक थोड़ी मेहनत का काम है, लेकिन स्योर आपका ये एफर्ट भाई के इस दिन को बना देगा खास।ये भी पढ़ेंः- Raksha Bandhan 2024 Greetings: बहन के लिए ग्रीटिंग कार्ड पर लिखें ये खास मैसेज, पढ़ते ही चेहरे पर आएगी मुस्कान
मनपसंद जायके
रक्षाबंधन ही नहीं, कोई भी त्योहार बिना पकवानों के कहां ही पूरा होता है, तो इस पर्व को और मजेदार बनाने के लिए इस मौके पर आप भाई की पसंद की डिशेज बनाएं। अपने मेन्यू में वो सारी डिशेज रखें, जो भाई को खासतौर से पसंद हैं। अगर बनाने का ऑप्शन पॉसिबल नहीं, तो उनके किसी फेवरेट रेस्टोरेंट में लंच या डिनर भी प्लान कर सकती हैं। ये स्वीट जेस्चर भी उन्हें बेहद आएगा।इन आइडियाज के साथ जताएं भाई के लिए अपना प्यार।ये भी पढ़ेंः- कैसे हुई Raksha Bandhan मनाने की शुरुआत? मुगल बादशाह हुमायूं से भी जुड़ी है इसकी कहानी