World Hindi Diwas 2023: विश्व हिंदी दिवस पर देना है भाषण, तो यहां से करें इसकी तैयारी
World Hindi Diwas 2023 हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य भारत और दुनिया भर में हिंदी बोलने वाले लोगों को उत्साहित करना और हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना है।जानेंगे इस दिन से जुड़ी जरूरी बातें।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Tue, 10 Jan 2023 08:31 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Hindi Diwas 2023: हिंदी, हिंदुस्तान की राष्ट्रीय भाषा है। विश्व भर की भाषाओं का इतिहास रखने वाली संस्था एथ्नोलॉग के अनुसार हिंदी दुनियाभर में सर्वाधिक बोली जाने वाली तीसरी भाषा है। दुनियाभर में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए वातावरण निर्मित करने और हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय भाा के रूप में प्रस्तुत करने के उद्देश्य से पिछले कई सालों से 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन लोग एक-दूसरे को मैसेज, कोट्स भेजकर इस दिन की बधाई देते हैं लेकिन अगर आपको हिंदी दिवस पर भाषण देना है, तो आप यहां से ले सकते हैं इसके आइडियाज।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
हर साल 10 जनवरी को दुनियाभर में विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। पहली बार नागपुर में 10 जनवरी 1975 को विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि। शामिल हुए थे। उसके बाद भारत के बाहर मॉरिशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद, अमेरिका आदि देशों में भी विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया।
विश्व हिंदी दिवस 2023 की थीम
इस साल की हिंदी दिवस की थीम है 'हिंदी को जनमत की भाषा बनाना, बगैर उनकी मातृभाषा की महत्ता को भूले।'विश्व हिंदी दिवस पर भाषण
1. हिंदी एक ऐसी भाषा है, जिसके द्वारा आप अपनी बात को बड़ी ही आसानी से किसी को समझा सकते हैं। भले ही कुछ लोग आज अंग्रेजी बोलने में अपनी आन, बान और शान समझते हों, लेकिन सच तो यही है कि हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी बेहद खूबसूरत है, जो हर एक भारतवासी को वैश्विक स्तर पर मान-सम्मान दिलाती है। हिंदी भाषा और हिंदी साहित्य को पूरे भारतवर्ष में फैलाने के उद्देश्य से हर साल हिंदी दिवस को एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर अलग-अलग जगहों पर तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें हिंदी साहित्य और हिंदी भाषा पर खुलकर बात की जाती है। केंद्र सरकार की तरफ से भी हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी साहित्य से जुड़े साहित्यकारों को विभिन्न प्रकार के पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
2. वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में पहले नंबर पर अंग्रेजी, दूसरे नंबर पर चीनी भाषा मंदारिन और तीसरे नंबर पर हिंदी है। दुनियाभर में हिंदी बोलने वाले लोगों की संख्या की बात की जाए, तो 80 करोड़ से भी ज्यादा लोग अब हिंदी बोलते हैं। इंटरनेट पर भी हिंदी का चलन दिनों-दिन तेजी से बढ़ रहा है और दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल द्वारा जहां कुछ साल पहले तक अंग्रेजी कंटेंट को ही महत्व दिया जाता था वहीं अब गूगल द्वारा भारत में हिंदी के साथ कुछ क्षेत्रीय भाषाओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। तकनीकी रूप से हिंदी को और ज्यादा उन्नत, समृद्ध और आसान बनाने के लिए अब कई सॉफ्टवेयर भी हिंदी के लिए बन रहे हैं। यह हमारी हिंदी की ताकत ही कही जाएगी कि इसके इतने ज्यादा उपयोगकर्ताओं के कारण ही अब भारत में बहुत सारी बहुराष्ट्रीय कंपनियां हिंदी का भी इस्तेमाल करने लगी हैं। हिंदी इस समय देश की सबसे तेजी से बढ़ती भाषा है।
3. भारत लंबे समय तक अंग्रेजों का गुलाम रहा और उस दौरान हमारे यहां की भाषाओं पर भी अंग्रेजी दास्तां का बुरा प्रभाव पड़ा। इसी कारण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा बताते हुए साल। 1918 में आयोजित हिंदी साहित्य सम्मेलन में इसे भारत की राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। सही मायने में तभी से हिंदी को राष्ट्रभाषा दिलाने के प्रयास शुरू हो गए थे। और गर्व का विषय यह है कि अब सैकड़ों देशों में हिंदी का प्रयोग धीरे-धीरे बढ़ रहा है। यह दिन हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता फैलाने और हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण है। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को हिंदी भाषा के विकास, हिंदी के उपयोग के लाभ और उपयोग न करने पर हानि के बारे में समझाया जाना बेहद जरूरी है। लोगों को इस बात के लिए प्रेरित किए जाने की आवश्यकता है कि हिंदी उनकी राजभाषा है, जिसका सम्मान और प्रचार-प्रसार करना उनका कर्तव्य है और जब तक सभी लोग इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे, इस भाषा का विकास नहीं होगा।Pic credit- freepik