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Healthy Raita: पाचन दुरुस्त रखने के साथ वजन घटाने में भी मददगार है लौकी का रायता, ऐसे बनाएं इसे

Healthy Raita अगर आप वजन कम करना चाहते हैं साथ ही पाचन संबंधी समस्याओं से भी बचे रहना चाहते हैं तो इसके लिए लौकी को करें अपनी डाइट में शामिल। लौकी की सब्जी दाल लच्छे के अलावा इससे बनने वाला रायता भी है सेहत के लिए बेहद फायदेमंद। आइए जानते हैं लौका का रायता बनाने की रेसिपी और इससे होने वाले फायदे।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Mon, 11 Sep 2023 03:30 PM (IST)
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Healthy Raita: सेहत के लिए बेहद हेल्दी है लौकी रायता
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Healthy Raita: अचार, चटनी, पापड़ और रायता...ये हमारे भारतीय खानपान का सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखने में मददगार होते हैं खासतौर से रायता। रायता को कई सारी व्यंजनों के साथ साइड डिश के तौर पर सर्व किया जाता है। तहरी, पुलाव और बिरयानी तो बिना रायते के अधूरे हैं। वैसे तो सबसे पॉपुलर बूंदी का रायता होता है, लेकिन इसे और भी कई तरह की सब्जियों और फलों के साथ बनाया जा सकता है। अगर आप खानपान के जरिए वजन कम करने की सोच रहे हैं, तब तो रायते को जरूर अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। लौकी का रायता है कई मायनों में फायदेमंद। फाइबर और प्रोटीन से भरपूर लौकी का हर रूप में सेवन आपके शरीर को लाभ ही पहुंचाता है। आइए जानते हैं लौकी का रायता बनाने की रेसिपी और अन्य फायदे।   

लौकी का रायता

सामग्री- कद्दूकस की हुई लौकी, दही, बारीक कटी हरी मिर्च, काला नमक, भुना जीरा दरदरा पीसा हुआ, पानी और आइस क्यूब्स 

लौकी रायता बनाने की विधि

- कद्दूकस की हुई लौकी को पानी में डालकर कम से कम 2 से 3 मिनट तक उबाल लें।

- पानी से निकालकर थोड़ी देर के लिए इसे आइस क्यूब यानी बर्फ वाली पानी में डाल दें। 

- एक दूसरे बाउल में दही, काला नमक, बारीक कटी हरी मिर्च और भुना हुआ जीरा डालकर अच्छी तरह सारी चीज़ों को मिक्स कर लें।

- अब इसमें आइस क्यूब से लौकी निकालकर डाल दें और अच्छी तरह मिला लें। 

- ऊपर से हरी धनिया की पत्ती इच्छानुसार डालकर सर्व करें।

लौकी रायता के फायदे

- लौकी में फाइबर के साथ ही विटामिन्स की भी अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है, जो हमारे शरीर के कई फंक्शन्स के लिए जरूरी है।

- लौकी में पानी की भी काफी मात्रा होती है, जो बॉडी को हाइड्रेट रखती है।

- फाइबर की मौजूदगी की वजह से पेट लंबे समय तक फुल रहता है जिससे ओवरइटिगं से बचा जा सकता है। 

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Pic credit- freepik