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Diwali से पहले जमकर बिक रहा है नकली काजू, 5 आसान तरीकों से मिनटों में चलेगा इसकी शुद्धता का पता

दीवाली जैसे त्योहारों (Diwali 2024) में खाने-पीने की चीजों में मिलावट आम हो जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इन दिनों सिर्फ मावा और पनीर ही नहीं बल्कि आपका पसंदीदा काजू भी मार्केट में नकली बिक रहा है! ऐसे में आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसे 5 आसान (How To Identify Fake Cashews) तरीके बताते हैं जिनसे आप मिनटों में नकली काजू की पहचान कर सकते हैं।

By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Sat, 26 Oct 2024 08:58 PM (IST)
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5 आसान तरीकों से करें असली और नकली काजू की पहचान (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दीवाली का त्योहार (Diwali 2024) नजदीक आते ही मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स की डिमांड काफी तेजी से बढ़ने लगती है। यही वजह है कि कई लोग खाने-पीने की इन चीजों में धड़ल्ले से मिलावट करने लगते हैं। आपको शायद ही मालूम हो, कि मिलावट के इस गंदे खेल से काजू जैसा ड्राई-फ्रूट भी अलग नहीं है! जी हां, पिछले दिनों मार्केट में नकली काजू (Fake Cashews) की बिक्री से जुड़ी कई खबरें देखने को मिली हैं। त्योहारों पर इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कई विक्रेता नकली या पुराने काजू बेचने का सहारा ले रहे हैं, लेकिन आपको अब चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यहां हम इसकी पहचान के 5 आसान तरीके (Real vs Fake Cashews) बताने जा रहे हैं।

नकली काजू खाने के नुकसान

नकली काजू खाने से आपको सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे- पाचन से जुड़ी समस्याएं, एलर्जी, फूड पॉइजनिंग, कमजोर इम्युनिटी या फिर लिवर और किडनी डैमेज होने का खतरा।

असली और नकली काजू में अंतर कैसे करें?

आकार पर करें गौर

  • असली काजू आकार में थोड़े अलग-अलग होते हैं और उनकी सतह थोड़ी खुरदरी होती है। किनारे थोड़े गोल और कुदरती दिखते हैं।
  • नकली काजू आमतौर पर एक समान आकार के होते हैं और उनकी सतह चिकनी होती है। किनारे शार्प और आर्टिफिशियल लग सकते हैं।

रंग पर ध्यान दें

  • असली काजू का रंग हल्के भूरे से गहरे भूरे रंग तक होता है।
  • नकली काजू का रंग अक्सर बहुत शाइनी और आर्टिफिशियल लगता है।
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स्वाद से पहचानें

  • असली काजू का स्वाद थोड़ा मीठा और तेल वाला होता है।
  • नकली काजू का स्वाद फीका और आर्टिफिशियल लग सकता है।

टेक्सचर को समझें

  • असली काजू चबाने में थोड़े कुरकुरे होते हैं और आसानी से टूट जाते हैं।
  • नकली काजू चबाने में चिपचिपे लग सकते हैं और मुंह में एक अजीब-सी परत छोड़ सकते हैं।

वजन और महक

नकली काजू के मुकाबले असली काजू थोड़े ज्यादा भारी होते हैं। वहीं, असली काजू से एक हल्की और नेचुरल खुशबू आती है जबकि नकली काजू से आसानी से कोई गंध नहीं आती या फिर यह कुछ हद तक आर्टिफिशियल लग सकती है।

वाटर टेस्ट

असली और नकली काजू की पहचान करने के लिए आप वाटर टेस्ट भी ले सकते हैं। इसके लिए एक कटोरे में थोड़ा-सा पानी लें और उसमें एक-दो काजू डालें। असली काजू पानी में डूब जाएंगे, जबकि नकली काजू तैर सकते हैं।

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