Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर बप्पा को लगाएं इमरती का भोग, इतना भी मुश्किल नहीं घर पर इसे बनाना
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि (Ganesh Chaturthi 2024) सनातन धर्म में खास महत्व रखती है। गणेश उत्सव के इस खास मौके पर अगर आप भी बप्पा के भोग (Ganesh Chaturthi Prasad) के लिए कोई खास रेसिपी ढूंढ रहे हैं तो ये आर्टिकल आप ही के लिए है। यहां हम आपको भगवान गणेश की अति प्रिय इमरती बनाने की रेसिपी शेयर कर रहे हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर बप्पा को भोग (Ganesh Chaturthi 2024 Bhog) लगाने के लिए इमरती एक बेहतरीन मिठाई है। यह न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि देखने में भी बहुत ही शानदार होती है। गणेश उत्सव के इस खास मौके पर अगर आप भगवान गणपति के लिए घर पर ही इमरती बनाना चाहते हैं तो यह रेसिपी आपके लिए बहुत काम की है। आइए फटाफट जान लीजिए इसे बनाने का आसान तरीका।
गणेश चतुर्थी स्पेशल: इमरती बनाने के लिए सामग्री
बैटर के लिए:
- उड़द की दाल - 1 कप
- पानी - आवश्यकतानुसार
- केसर- एक चुटकी
- देसी घी- फ्राई करने के लिए
चाशनी के लिए:
- चीनी - 1 कप
- पानी - 1/2 कप
- इलायची - 2-3
- केसर के धागे - कुछ
गणेश चतुर्थी स्पेशल: इमरती बनाने की विधि
बैटर बनाने का तरीका:
- उड़द की दाल को अच्छी तरह धोकर 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
- भिगोई हुई दाल को मिक्सर में पीसकर एक चिकना पेस्ट बना लें।
- पेस्ट को एक बर्तन में निकालकर उसमें खाने का रंग मिलाएं और अच्छी तरह फेंट लें।
- बैटर को 30 मिनट के लिए ढककर रख दें।
चाशनी बनाने का तरीका:
- एक पैन में चीनी और पानी डालकर गैस पर चढ़ा दें।
- चीनी पूरी तरह घुल जाने के बाद इलायची और केसर डाल दें।
- चाशनी को एक तार की चाशनी की तरह गाढ़ा होने दें।
इमरती बनाने का तरीका:
- एक पैन में तेल गर्म करें।
- बैटर को एक छोटे पाइपिंग बैग में भर लें।
- देसी घी को गर्म करें फिर उसमें बैटर को गोल-गोल घुमाते हुए इमरती का आकार दें।
- इमरती को सुनहरा होने तक फ्राई कर लें।
- तैयार इमरती को गरमागरम चाशनी में डुबोएं और थोड़ी देर के लिए रख दें।
- इमरती को एक प्लेट में निकालकर ठंडा होने दें।
इन बातों का रखें ध्यान
- बैटर को थोड़ा गाढ़ा बनाएं ताकि इमरती अच्छे से फूलें।
- देसी घी को मीडियम फ्लेम पर गर्म करें।
- इमरती को बहुत ज्यादा न तलें, वरना ये कड़वी हो जाएंगी।
- चाशनी को गाढ़ा बनाएं ताकि इमरती में अच्छे से चिपके।
- इसके बाद मेवा से सजाकर इसे गणपति को भोग लगाएं और प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।