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लाटे और कैपेचिनो से कैसे अलग है साउथ इंडिया की Filter Coffee, यहां जानें इसे बनाने की आसान रेसिपी

साउथ इंडिया में मिलने वाली Filter Coffee अब पूरी दुनिया में अपना नाम कमा रही है। हाल ही में फूड बेस्ड मैगजीन Tasteatlas की जारी दुनिया की टॉप 10 कॉफी में लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। फिल्टर कॉफी ने इस लिस्ट में दूसरा स्थान हासिल किया है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कैसे कैपेचिनो और लाटे से अलग है फिल्टर कॉफी।

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Fri, 18 Oct 2024 02:29 PM (IST)
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आम कॉफी से कैसे अलग है फिल्टर कॉफी (Picture Credit- Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में जानी-मानी फूड बेस्ड मैगजीन Tasteatlas में दुनिया भर की टॉप 10 कॉफी की लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में दक्षिण भारत की लोकप्रिय फिल्टर कॉफी ने दूसरा स्थान हासिल किया है। सूची में अपना नाम शामिल करने के साथ ही यह फिल्टर कॉफी दुनिया भर में अपना परचम लहरा चुकी है।

मुख्य रूप से दक्षिण भारत में प्रसिद्ध कॉफी अपने समृद्ध स्वाद और बनाने के तरीके की वजह से जान जाती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में आपको बताएंगे आमतौर पर पी जाने वाली कैपेचिनो और लाटे से कैसे अलग है साउथ इंडिया की फिल्टर कॉफी-

लाटे

लाटे एक इटेलियन शब्द "कैफे लाटे" (जिसका अर्थ है दूध कॉफी) से लिया गया है। यह अपनी मलाईदार टेक्सचर और लाइट टेस्ट के लिए जानी जाती है। यह उन लोगों के लिए बिल्कुल परफेक्ट है, जो दूध और कॉफी का संतुलित मिश्रण पसंद करते हैं।

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कैपेचिनो

कैपेचिनो एक और मशहूर इटेलियन ड्रिंक है, जो अपने समृद्ध, झागदार दूध वाले टेक्सचर के साथ अपनी स्ट्रॉन्ग कॉफी टेस्ट के लिए जानी जाती है। ज्यादा कॉफी और दूध से मिलकर बनी यह ड्रिंक आम तौर पर लाटे से अधिक स्ट्रॉन्ग होती है।

साउथ इंडियन फिल्टर कॉफी

लाटे और कैपेचिनो के विपरीत साउथ इंडियन फिल्टर कॉफी एक रीजनल ड्रिंक है, जो अपने स्ट्रॉन्ग टेस्ट और तेज सुगंध के लिए जानी जाती है। इसे पारंपरिक धातु फिल्टर का उपयोग करके बनाया जाता है, जो इसे एक खास और स्ट्रॉन्ग स्वाद देता है।

बनाने का तरीका

  • इसे बनाने के लिए सबसे पहले बारीक पिसी हुई कॉफी बीन्स और चिकरी के मिश्रण का उपयोग करें।
  • अब कॉफी पाउडर को पारंपरिक दक्षिण भारतीय फिल्टर के ऊपर वाले डिब्बे में रखें।
  • फिर इसके ऊपर गर्म पानी डालें और धीरे-धीरे इसे कॉफी को नीचे वाले डिब्बे में टपकने दें।
  • इसके बाद फिल्टर हुई कॉफी में गर्म दूध और स्वादानुसार चीनी एक साथ मिलाएं।
  • बस टेस्टी फिल्टर कॉफी तैयार है। इसे स्टेनलेस स्टील के गिलास और डबरा (एक छोटी कटोरी) में सर्व करें।

लाटे, कैपेचिनो और फिल्टर कॉफी में मुख्य अंतर

  • लाटे का टेक्सचर आमतौर पर स्मूद और क्रीमी होता है, जिसमें ज्यादा दूध का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कॉफी का स्वाद लाइट और दूध का स्वाद ज्यादा होता है।
  • कैपेचिनो गाढ़ी, झागदार टेक्सचर की होती है, जिसमें दूध और कॉफी लगभग बराबर होती है। वहीं, इसमें कॉफी का स्वाद स्ट्रॉन्ग होता है, जो दूध के स्वाद के साथ बैलेंस्ड किया जाता है।
  • वहीं, फिल्टर कॉफी बहुत कम या बिना दूध वाली कॉफी होती है, जिसे आमतौर पर ब्लैक कॉफी की तरह सर्व किया जाता है। इसका स्वाद आमतौक पर स्ट्रॉन्ग होता है और इसे बनाने के लिए पारंपरिक धातु फिल्टर की जरूरत होती है।

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