Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री को लगाएं दूध की बर्फी का भोग, नोट करें रेसिपी
नवरात्र का पर्व मां दुर्गा की आराधना का पर्व है। इन नौ दिनों में देवी भक्त अपनी मनोकामनाओं को लेकर मां के चरणों में प्रार्थना करते हैं। अगर आप भी इस शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) में मां शैलपुत्री को प्रसन्न करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको भोग के लिए दूध से बनने वाली बर्फी की बेहद आसान रेसिपी बताने जा रहे हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Shardiya Navratri 2024: नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व है। माता शैलपुत्री, देवी दुर्गा का पहला स्वरूप हैं और पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा जाता है। माना जाता है कि इनकी पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मां शैलपुत्री को प्रसन्न करने के लिए भक्त सफेद चीजों का भोग (Shardiya Navratri Bhog) जरूर लगाते हैं। ऐसे में, इस खास मौके पर आप माता को दूध से बनी बर्फी का भोग भी लगा सकते हैं, जिसे घर पर बनाना बेहद आसान है। आइए बिना देर किए जान लीजिए इसकी आसान रेसिपी।
Shardiya Navratri: दूध की बर्फी बनाने के लिए सामग्री
- दूध- 1 लीटर (फुल क्रीम)
- चीनी- 1 कप (या स्वादानुसार)
- इलायची पाउडर- 1/4 छोटी चम्मच
- बादाम, काजू, पिस्ता (बारीक कटे हुए)- सजाने के लिए
Shardiya Navratri: दूध की बर्फी बनाने की विधि
- दूध की बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले आप एक मोटे तले वाले पैन में दूध डालकर मीडियम आंच पर उबालें।
- ध्यान रहे, आपको इसे लगातार चलाते रहना होगा ताकि दूध नीचे लग न जाए।
- आप दूध को तब तक उबालें जब तक कि वह अपनी आधी मात्रा में न रह जाए और गाढ़ा न हो जाए।
- इस प्रक्रिया में आपको थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन इस दौरान इसे लगातार चलाते रहे।
- जब दूध गाढ़ा हो जाए तो इसमें चीनी डालकर अच्छी तरह मिलाएं। चीनी पूरी तरह से घुल जाने तक पकाएं।
- अब इसमें इलायची पाउडर डालकर मिलाएं। यह बर्फी को एक अनोखा स्वाद देगा।
- गैस बंद कर दें और मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें फिर एक बर्फी की ट्रे में चिकनाई लगाएं और ठंडा हुआ मिश्रण इसमें डालें।
- आखिर में ऊपर से बारीक कटे हुए मेवे डालकर सजाएं, फिर इसे कम से कम 4-5 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें ताकि यह सेट हो जाए।
- बस फिर जब यह सेट हो जाए, तो बर्फी को मनचाहे आकार में काटकर मां को भोग लगाएं।