Kimchi पहले बनती थी सिर्फ नमक और सब्जियों से, जानें गुणों की खान इस Korean Dish की कहानी
अगर आप कोरिया फैन हैं तो आपने कभी न कभी kimchi का नाम जरूर सुना होगा। कई लोगों ने तो इसका स्वाद भी चखा होगा। यह एक मशहूर कोरियन डिश है जिसे दुनियाभर में बड़े चाव से खाया जाता है। स्वाद में बेहतरीन यह व्यंजन सेहत के लिए भी काफी गुणकारी होता है। आइए जानते हैं इसका इतिहास और इससे जुड़ी दिलचस्प बातें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों कोरियन लाइफस्टाइल (Korean Lifestyle) का क्रेज दुनियाभर में देखने को मिल रहा है। के-ड्रामा (K-Drama) के बढ़ते चलन की वजह से आजकल लोग खानपान से लेकर रहन-सहन तक, सभी में कोरियन कल्चर फॉलो करने लगे हैं। कोरियन स्किन केयर के अलावा आजकल लोग कोरियन डिशेज (Korean Dishes) भी काफी पसंद करने लगे हैं। यही वजह है कि दुनियाभर में अब अलग-अलग तरह की कोरियन डिशेज का स्वाद चखने को मिल जाता है।
किमची (Kimchi) ऐसी ही एक कोरियन डिश है, जिसे कई लोग पसंद करते हैं। यह एक तरह का सलाद या अचार होता है, जिसे अलग-अलग तरह की सब्जियों से मिलाकर बनाया जाता है। अगर आप भी कोरियन फैन हैं और किमची खाना पसंद करते हैं, तो आज हम आपको बताएंगे किमची से जुड़ी कई दिलचस्प बातें-
यह भी पढ़ें- कई व्यंजनों का स्वाद बढ़ाती है Kasuri Methi, क्या आप जानते हैं पड़ोसी देश पाकिस्तान से जुड़ा इसका कनेक्शन
किमची क्या है?
किमची एक तरह का पारंपरिक, थोड़ा मसालेदार कोरियाई सॉकरक्रॉट है, जो फर्मेंटेड सब्जियों से बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए मुख्य रूप से नापा पत्तागोभी, डेकोन मूली और गाजर का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, स्वाद के लिए इसमें लहसुन, अदरक और कोरियाई मिर्च (गोचुगारू) मिलाए जाते हैं।
किमची को लैक्टो-फर्मेंटेड किया जाता है, ताकि इसका एक अच्छा स्वाद विकसित हो सके और यह लंबे समय तक बना रहे। कोरिया में, किमची लगभग हर व्यंजन के साथ परोसी जाती है। इसका इस्तेमाल साइड डिश और मसाले दोनों के रूप में किया जाता है। अपने अनोखे स्वाद और तीखेपन की वजह से यह किसी भी फीके व्यंजन का स्वाद बढ़ा देता है।
किमची का इतिहास?
किमची कोई नई डिश नहीं है, इसका उल्लेख तीन साम्राज्यों (57 ईसा पूर्व-668) के युग का है, जहां खारे पानी में भिगोई गई सब्जियों का जिक्र मिलता है। उस समय कोरियाई लोग अपनी फसलों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए उन्हें किमची में बदल देते थे। इसके लिए सब्जियों को बलुआ पत्थर के जार (ओन्गी) में नमक के साथ मिलाकर बाद में दबा दिया गया। इस तरह फर्मेंटेशन और ठंड ने फसलों को संरक्षित रखा।
उस समय किचमी सिर्फ सब्जियां और नमक मिलाकर बनाई जाती थी, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, विभिन्न सामग्रियों जैसे लहसुन, मिर्च आदि का इस्तेमाल कर इसका वर्तमान रूप तैयार किया गया।
किमची का स्वाद कैसा है?
किमची में एक तीखा और अनोखा स्वाद होता है। फर्मेंटेशन प्रोसेस के दौरान, इसमें इस्तेमाल होने वाली सब्जियां थोड़ी नरम हो जाती हैं, हालांकि, उनका कुरकुरापन बरकरार रहता है। इस पूरे प्रोसेस के दौरान इसका स्वाद अनोखा हो जाता है, जो मुंह में जाते ही ताजगी का अहसास कराती है। इसके अलावा, ज्यादातर किमची में कोरियाई मिर्च होती है। गोचूगारू मिर्च (gochugaru pepper) के रूप में भी जानी जाने वाली यह मिर्च हल्की तीखी होती है, लेकिन इसमें फलयुक्त थोड़ा स्मोकी फ्लेवर होता है।गोचूगारू मिर्च की खासियत?
गोचूगारू को आमतौर पर धूप में सुखाया जाता है और पाउडर के रूप में बेचा जाता है। यह किमची को तीखापन और सुंदर लाल रंग देती है। इस मिर्च को अन्य जड़ी-बूटियों, जैसे लहसुन और अदरक के साथ मिलाया जाता है। इसके अलावा इसे कुछ व्यंजनों जैसे सी-फूड या फिश सॉस में भी शामिल किया जाता है। आसान भाषा में समझें, तो किमची एक तीखा, मसालेदार और सुगंधित मसाला है, जो आपके खाने का स्वाद दोगुना कर देता है।किमची के क्या फायदे हैं?
दुनियाभर में किमची इसके बेहतरीन स्वाद के साथ-साथ इससे होने वाले फायदों के लिए भी खाया जाता है। इसके कुछ फायदे निम्न हैं-- किमची को बनाने में विभिन्न सब्जियों का इस्तेमाल होता है, जो इसे फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर बनाती हैं।
- फर्मेंटेशन का एक फायदा यह है कि यह सब्जियों के गुणों को बरकरार रखता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद कुछ बैक्टीरिया विटामिन सी और बी जैसे नए पोषक तत्वों को सिंथेसाइज करते हैं। इसलिए किमची विटामिन और मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत होता है।
- फर्मेंटेशन के दौरान, सब्जियों में प्राकृतिक रूप से मौजूद कार्बोहाइड्रेट को बैक्टीरिया खा लेते हैं। इसलिए किमची में कैलोरी कम और फाइबर ज्यादा होता है।
- इसे बनाने के दौरान इसमें अच्छे प्रोबायोटिक बैक्टीरिया विकसित होते हैं। जैसे-जैसे ये बैक्टीरिया बढ़ते हैं, इसमें पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है।
- किमची को प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक दोनों माना जाता है। यह दोनों प्रकार के पोषक तत्व हमारे माइक्रोबायोटा का समर्थन कर सकते हैं, जो हमारे गट हेल्थ के लिए जरूरी है।
- अध्ययनों से पता चला है कि किमची खाने से डायबिटीज मैनेज करने में मदद मिलती है। ऐसा माना जाता है कि किमची में पाए जाने वाले अच्छे लैक्टिक बैक्टीरिया इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद करते हैं।