World Food Day 2024: हर साल क्यों मनाया जाता हैं वर्ल्ड फूड डे? जानें इसका दिलचस्प इतिहास
दुनिया में हर साल कई लोग भूख की वजह से मर जाते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो कुपोषण का शिकार हैं। यह चिंता का एक गंभीर विषय है जिसके प्रति सभी को जागरूक होने की जरूरत है। यही वजह है कि हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस (World Food Day 2024) मनाया जाता है। आइए आपको बताते हैं इसका रोचक इतिहास।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हर साल 16 अक्टूबर का दिन वर्ल्ड फूड डे (World Food Day 2024) के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन दुनियाभर में मौजूद भूखे और कुपोषण का शिकार लोगों के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से मनाया जाता है। हाल ही में जारी हुई ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) 2024 की रिपोर्ट ने भारत को एक बड़ा झटका दिया है। 127 देशों में भारत 105वें स्थान पर है, जो देश में गंभीर स्तर के भूख की समस्या को दर्शाता है। यह डेटा हमें विश्व खाद्य दिवस (World Food Day 2024) की अहमियत को और गहराई से समझने पर मजबूर करता है।
भारत जैसे देश के लिए विश्व खाद्य दिवस (October 16) और भी जरूरी हो जाता है जहां अभी भी लाखों लोग कुपोषण का शिकार हैं। GHI रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बच्चों में कुपोषण और बाल मृत्यु दर काफी ज्यादा है। इस स्थिति में, हमें अपने खाद्य प्रणाली में सुधार लाने के लिए कई जरूरी कदम उठाने होंगे। जी हां, आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां तकनीक ने चांद पर कदम रख लिया है, लेकिन दुनिया के एक बड़े हिस्से के लिए रोज का खाना जुटाना अभी भी एक बड़ी चुनौती है। हां, हमने प्रगति जरूर की है, लेकिन भुखमरी और कुपोषण जैसी समस्याएं अभी भी हमारे समाज को दागदार कर रही हैं।
क्यों मनाते हैं वर्ल्ड फूड डे?
भोजन को जीवन का आधार कहा जाता है। इसके बावजूद लाखों लोग रोजाना भूखे पेट सोते हैं। यह एक ऐसा सच है जिसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते, इसलिए हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य दुनिया को याद दिलाना है कि भोजन सिर्फ एक जरूरत नहीं, बल्कि हर व्यक्ति का अधिकार है।
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