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Khoya Adulteration: दिवाली पर मिठाई बनाने से पहले इन 4 आसान तरीकों से करें खोया की जांच

Khoya Adulteration दिवाली एक ऐसा मौका है जब कई लोग घर पर मिठाई बनाना पसंद करते हैं। हालांकि इस दौरान खोया की शुद्धता पर भी कई सवाल खड़े हो जाते हैं। ऐसे में जानें कि किस तरह इसकी क्वालिटी को जांचा जा सकता है?

By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Tue, 18 Oct 2022 06:12 PM (IST)
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Khoya Adulteration: इन 4 आसान तरीकों से जांचें खोया की क्वालिटी
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Khoya Adulteration: दिवाली बस कुछ ही दिन दूर है और सभी लोग इसकी तैयारी में जुट गए हैं। दिवाली न सिर्फ देश का सबसे पॉपुलर त्योहार है, बल्कि खाने-पीने की भी इस दौरान धूम रहती है। ज़ायकेदार पकवानों से लेकर स्वादिष्ट स्नैक्स और मिठाइयों तक, दिवाली का समय अपने पसंदीदा खाने का भरपूर मज़ा लेने का समय होता है। कई लोग इस मौके पर हलवाई और दुकानों से मिठाई खरीदते हैं, तो कई लोग इसे घर पर भी बनाते हैं।

एक चीज़ जो ज़्यादातर मिठाइयों में ज़रूर डलती है, वह है खोया, जिसे मावा भी कहा जाता है। त्योहारों के आसपास इसे लेकर काफी चिंता रहती है, क्योंकि इस दौरान खोया की मांग बढ़ जाने की वजह से नकली खोया भी बाज़ार में पहुंच जाता है। अगर आप भी घर पर मिठाई बनाते हैं, तो खोया की शुद्धता की जांच ज़रूर करें।

मावा की शुद्धता की जांच करने के आसान तरीके

पहला तरीका

खोया की क्वालिटी की जांच करने FSSAI का बताया गया तरीका सबसे आसान है। आपने जो खोया बाज़ार से लिया है, उसमें से एक चम्मच खोया लें और उसे एक कप गर्म पानी में डाल दें। अब कप में आयोडीन की कुछ बूंदें डाल दें। आयोडीन डालने के बाद अगर खोया का रंग नीला हो जाता है, तो इसका मतलब स्टार्च का उपयोग करके इसमें मिलावट की गई है। अगर नहीं, तो यह शुद्ध और उपयोग के योग्य है।

दूसरा तरीका

एक अन्य तरीके में फॉर्मेलिन जैसे रसायनों की उपस्थिति की जांच करने के लिए सल्फ्यूरिक एसिड का उपयोग किया जाता है, जिसका उपयोग दूध या खोया में प्रिज़र्वेटिव के रूप में किया जाता है। एक कंटेनर में दूध या थोड़ा-सा खोया डालें और फिर उसमें कन्सन्ट्रेटिड सल्फ्यूरिक एसिड मिलाएं। अगर नमूने में बैंगनी रंग का गठन होता है, तो यह मिलावटी हो सकता है।

तीसरा तरीका

यह विधि आपको खरीद के समय ही मावा की शुद्धता की जांच करने में मदद करेगी। शुद्ध और ताज़े मावे की बनावट तैलीय और दानेदार होती है। यह स्वाद में हल्का-सा मीठा होता है और अगर इसे हथेली पर रगड़ा जाए, तो तेल का निशान छोड़ देता है। तो खरीदने से पहले थोड़ा-सा मावा लें और उसे हथेली पर रगड़कर देखें। अगर मावा तेल छोड़ता है, तो इसका मतलब यह शुद्ध है। आप इसे चख कर भी देख सकते हैं, कि स्वाद अजीब न हो।

चौथा तरीका

मिठाई की कई दुकानें, तो बड़ी मात्रा में मिठाई बनाते हैं, अक्सर घी की जगह वनस्पति का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनका काफी पैसा बच जाता है और काफी मुनाफा होता है। वनस्पति का ज़्यादा सेवन नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि इसमें ट्रांस फैट की मात्रा उच्च होती है, जिससे स्ट्रोक या दिल के दौरे का ख़तरा बढ़ता है। वनस्पति की उपस्थिति की जांच करने के लिए, इसके एक नमूने को कंटेनर में डालें। अब इसमें दो बड़े चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चम्मच चीनी मिला लें। अगर यह मिश्रण लाल हो जाता है, तो इसका मतलब ये मिलावटी है।

Disclaimer: खोये की जांच के इन प्रयोगों को सुरक्षित वातावरण में ही करें। सुनिश्चित करें कि आप सुरक्षात्मक गियर पहनने और आवश्यक सुरक्षा सावधानी बरतने के बाद ही इन्हें कर रहे हैं। बच्चों को ऐसे प्रयोगों से दूर रहना चाहिए।

Picture Courtesy: Freepik/Pexel