Skin Cancer का संकेत देते हैं त्वचा पर दिखने वाले 5 लक्षण, आप भी हल्के में लेते हैं तो हो जाएं सावधान!
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है जिसके कई रूप होते हैं। इनमें से एक है त्वचा का कैंसर। बता दें अक्सर लोग इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों (Skin Cancer Symptoms) को नजरअंदाज कर देते हैं जिसके कारण यह गंभीर रूप ले लेती है। ऐसे में थोड़ी-सी लापरवाही बरतना भी आपके ऊपर भारी पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि स्किन कैंसर के लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बच सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Cancer एक ऐसी बीमारी है जो समय रहते पहचान में न आने पर जानलेवा साबित हो सकती है। त्वचा का कैंसर भी एक तरह का कैंसर ही है। हालांकि, भारत में इसके मामले अन्य देशों की तुलना में कम देखने को मिलते हैं, फिर भी जानकारी की कमी के कारण कई लोग इसके लक्षणों (skin cancer symptoms) को नजरअंदाज कर देते हैं। यह अनदेखी अक्सर बहुत महंगी पड़ सकती है क्योंकि शुरुआती चरण में ही इसका पता लगा लेना बेहद जरूरी होता है। इस आर्टिकल में हम त्वचा के कैंसर के कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
क्या होता है स्किन कैंसर?
हमारे शरीर में बहुत छोटी-छोटी कोशिकाएं होती हैं। ये कोशिकाएं हमारी त्वचा को बनाती हैं। जब इन कोशिकाओं में कुछ खराबी हो जाती है, तो ये असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं। इसी को हम त्वचा का कैंसर कहते हैं।क्यों होता है स्किन कैंसर?
सूरज की किरणों में कुछ ऐसी किरणें होती हैं जो हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इन किरणों से हमारी त्वचा की कोशिकाओं में कुछ बदलाव हो जाते हैं, जिससे कैंसर हो सकता है।
कहां होता है स्किन कैंसर?
आपको लग सकता है कि त्वचा का कैंसर सिर्फ उन जगहों पर होता है जहां सूरज की रोशनी सीधे पड़ती है, जैसे चेहरा या हाथ। लेकिन ऐसा नहीं है। त्वचा का कैंसर शरीर के उन हिस्सों पर भी हो सकता है जो कपड़ों से ढके रहते हैं, जैसे पीठ या पेट।यह भी पढ़ें- त्वचा पर नजर आने वाले इन बदलावों को न करें इग्नोर
स्किन कैंसर के लक्षण क्या हैं?
- त्वचा पर लगातार पपड़ी उतरना: एक ही जगह पर बार-बार पपड़ी बनना और उतरना।
- जलन और खुजली: त्वचा में लगातार जलन या खुजली होना जो ठीक नहीं होती।
- नए स्पॉट्स या चकत्ते: त्वचा पर अचानक नए रंग के धब्बे, तिल या चकत्ते उभर आना।
- असामान्य घाव: कोई भी घाव जो लंबे समय तक ठीक नहीं होता, या बार-बार वापस आ जाता है।
- तिल में बदलाव: मौजूदा तिल का आकार, रंग, या आकृति में बदलाव होना।
- कान, गर्दन या निजी अंगों के आसपास बदलाव: इन क्षेत्रों में लाल चकत्ते, धब्बे या मोटे पैच दिखाई देना।
क्यों होता है स्किन कैंसर?
- त्वचा का रंग: फेयर स्किन वाले लोग मेलेनिन की कमी के कारण त्वचा के कैंसर के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं। मेलेनिन सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा की रक्षा करता है।
- सूरज की किरणें: लंबे समय तक सूर्य की किरणों के संपर्क में रहने से त्वचा में जलन और क्षति होती है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- सनबर्न: पहले से हुए सनबर्न भी त्वचा के कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
- इम्यून सिस्टम: कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में त्वचा के कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है।
- फैमिली हिस्ट्री: अगर परिवार में किसी को त्वचा का कैंसर रहा हो, तो व्यक्ति में भी इस बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे होगा स्किन कैंसर से बचाव?
- सनस्क्रीन का इस्तेमाल: धूप में निकलने से पहले SPF 30 या उससे अधिक वाले ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
- धूप से बचाव: सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच सीधी धूप में रहने से बचें।
- ढीले कपड़े: धूप में ढीले, हल्के रंग के कपड़े पहनें।
- हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- हेल्दी डाइट: फलों, सब्जियों और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें।
- रेगुलर चेकअप: किसी भी बदलाव के लिए अपनी त्वचा की नियमित जांच करें और किसी भी चिंताजनक स्थिति में त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।