युवाओं में Cancer के शुरुआती लक्षण, जिन्हें इग्नोर करने की गलती पड़ सकती है भारी
कैंसर बहुत ही खतरनाक बीमारी है लेकिन अगर समय से इसकी पहचान कर ली जाए तो इसकी गंभीरता को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस बीमारी की शुरुआत होते ही हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं जिस पर ध्यान देना जरूरी है जैसे- वजन घटना त्वचा में कई तरह के बदलाव गांठें और सूजन। ऐसा महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कैंसर किसी खास उम्र में अटैक करने वाली बीमारी नहीं है, बल्कि ये किसी भी उम्र में किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। अब तो छोटे-छोटे बच्चे और व्यस्कों में भी कई तरह के कैंसर देखने को मिल रहे हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि इस गंभीर बीमारी से बचाव मुमकिन नहीं, लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव, फूड हैबिट्स पर ध्यान देकर काफी हद तक कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। बचाव का दूसरा तरीका है इसके लक्षणों की समय रहते पहचान करना। न्यूबर्ग सेंटर फॉर जीनोमिक सेंटर के मोलेक्युलर ऑन्कोपैथोलॉजिस्ट, डॉ. कुंजल पटेल ने बताया कि, इस बीमारी की शुरुआत होते ही हमारा शरीर कई अलग-अलग तरीकों से हमें इसके संकेत देने लगता है, तो इसे इग्नोर करने की गलती न करें, बल्कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आज हम कैंसर के ऐसे ही कुछ लक्षणों और उसकी रोकथाम के बारे में जानेंगे।
1. तेजी से वजन घटना
ये सबसे आम लक्षण है, जो कैंसर के अलावा और भी कई सारी बीमारियों की ओर इशारा करता है। अगर आपका बच्चा सही से खाना खा रहा है और किसी तरह की कोई फिजिकल एक्टिविटी भी नहीं कर रहा, फिर भी उसका वजन तेजी से कम हो रहा है, तो यह चिंता की बात है।
रोकथाम
- बैलेंस डाइट और नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान दें।
- इसके बावजूद भी अगर वजन कम हो रहा है, तो बिना और देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
2. लगातार थकान और कमजोरी
फिजिकल एक्टिविटी के दौरान थकान होना आम बात होती है, लेकिन बिना किसी कारण के थकान या कमजोरी का एहसास, जो आराम करने पर भी ठीक नहीं होती, यह कैंसर का संकेत हो सकता है।रोकथाम
- सुनिश्चित करें कि बच्चा पर्याप्त नींद ले रहा है।
- हेल्दी डाइट के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी भी पिलाएं।
- फिर भी थकान बनी रहे, तो डॉक्टर से सलाह लें।
3. बार-बार होने वाले संक्रमण
अगर आपका बच्चा बार-बार किसी न किसी संक्रमण का शिकार हो रहा है, तो ऐसा उसकी कमजोर इम्यूनिटी के चलते हो सकता है, जो ल्यूकेमिया या अन्य कैंसर का संकेत हो सकता है। बार-बार होने वाले बुखार, इन्फेक्शन और बिना किसी कारण के चोट या ब्लीडिंग को नजरअंदाज न करें।
रोकथाम
- साफ-सफाई, हेल्दी डाइट और नियमित टीकाकरण पर ध्यान दें।
- अक्सर ऐसा होता है, तो डॉक्टर से इसकी जांच कराने में देरी न करें।
4. गांठें या सूजन
गर्दन, बगल, पेट या कमर के आसपास बिना किसी कारण के गांठ या सूजन महसूस हो, तो यह भी कैंसर का संकेत हो सकता है। ये गांठें अक्सर दर्द रहित होती हैं और समय के साथ बढ़ सकती हैं।
रोकथाम
- अपने बच्चे को किसी भी असामान्य गांठ या सूजन के कारणों के बारे में समझाएं, जिससे वो आपको समय रहते बता सके।
- नियमित रूप से जांच करवाते रहते से इसका जल्दी पता लग जाता है।
5. लगातार दर्द
हड्डियों या जोड़ों में लगातार रहने वाला दर्द ऑस्टियोसारकोमा जैसे कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है। अगर कोई बच्चा लगातार दर्द की शिकायत करता है जो नॉर्मल ट्रीटमेंट से ठीक नहीं हो रहा, तो इसकी आगे जांच की जानी चाहिए।रोकथाम
- बच्चों अगर लगातार दर्द की शिकायत कर रहे हैं, तो उसे इग्नोर करने की गलती न करें।
- डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह के अनुसार जांच करवाने में देरी न करें।
6. स्किन में बदलाव
त्वचा में होने वाले बदलाव, जैसे कि नए मस्से या तिल, मौजूदा मस्से या तिल में बदलाव या असामान्य चकत्ते, स्किन कैंसर या अन्य कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। मस्से के आकार, आकृति या रंग में किसी भी तरह के बदलाव होने पर डॉक्टर से मिलने में देरी न करें।रोकथाम
- सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, तेज धूप से बचाने वाले कपड़े पहनें।