कार्डियक अरेस्ट ने ली एक्टर Rituraj Singh की जान, एक्सपर्ट से जानें क्यों बढ़ रहे इसके मामले और कैसे करें बचाव
मशहूर अभिनेता Rituraj Singh का 59 साल की उम्र में निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार एक्टर का निधन कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुआ। हालांकिवह पैंक्रियाज से जुड़ी समस्या से जूझ रहे हैं जिसके चलते उनका बीते कुछ समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था। अभिनेता के निधन से सभी स्तब्ध हैं। एक्सपर्ट से जानते हैं कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) से जुड़ी जरूरी बातें-
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। मंगलवार सुबह से ही पूरा मनोरंजन जगत शोक में डूबा हुआ है। दरअसल, एंटरटेनमेंट जगत के जाने-माने अभिनेता ऋतुराज सिंह (Rituraj Singh) का 59 साल की उम्र में निधन हो गया है। एक्टर के निधन की खबर सामने आने के बाद से ही हर कोई स्तब्ध है। जानकारी के मुताबिक ऋतुराज सिंह का बीते कुछ समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनका निधन कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुआ।
बीते कुछ समय से देशभर में दिल का दौरा या कार्डियक अरेस्ट के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। सिर्फ उम्रदराज लोग ही नहीं, इन दिनों युवा भी इसकी चपेट में आ आने लगे हैं। ऐसे में कार्डियक अरेस्ट से जुड़े कुछ जरूरी बातों के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने नोएडा के मेट्रो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के डायरेक्टर, कार्डियक कैथ लैब के ग्रुप डायरेक्टर और सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. समीर गुप्ता से बातचीत की।
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क्यों बढ़ रहे कार्डियक अरेस्ट के मामले?
इन दिनों कार्डियक अरेस्ट की बढ़ते मामलों में कई कारकों का अहम योगदान है, जिनमें बढ़ती उम्र एक महत्वपूर्ण कारक है। बढ़ती उम्र के कारण मोटापा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसे हृदय संबंधी जोखिम कारक बढ़ रहे हैं, जिससे दिल से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। इसके अलावा गतिहीन जीवन और खराब खान-पान की आदतों की वजह से भी आजकल लोग दिल जुड़ी बीमारियों के प्रति ज्यादा संवेदनशील हैं, जिनमें कार्डियक अरेस्ट भी शामिल है।
कार्डियक अरेस्ट के अन्य कारक
कार्डियक अरेस्ट के लिए अन्य कई कारक भी जिम्मेदार हैं। तम्बाकू और अन्य पदार्थों के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ तनाव के उच्च स्तर से भी यह जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा दिल से जुड़ी समस्याओं की देर से पहचान और सही इलाज में देरी या कमी भी कार्डियक अरेस्ट का एक बड़ा कारण है। साथ ही प्रदूषण और आनुवंशिकता जैसे पर्यावरणीय कारक भी इस समस्या और अधिक जटिल बनाते हैं।कार्डियक अरेस्ट और अन्य हेल्थ कंडीशन
रिपोर्ट्स की मानें तो ऋतुराज सिंह पैंक्रियाज से जुड़ी समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में कार्डियक अरेस्ट और अन्य हेल्थ कंडीशन के बीच के कनेक्शन के बारे में जानने के लिए भी हमने एक्सपर्ट से बाते की। इस बारे में डॉक्टर समीर कहते हैं कि डायबिटीज मुख्य रूप से पैंक्रियाज से जुड़ी एक स्वास्थ्य समस्या है, जो ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाकर और एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी आर्टरी डिजीज के खतरे को बढ़ाकर हृदय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
डायबिटीज सीधे हृदय की मांसपेशियों की शारीरिक रचना और कार्य को भी प्रभावित कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप डायबिटिक कार्डियोमायोपैथी जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इन जोखिमों को कम करने और हृदय रोग और इसकी जटिलताओं के विकास की संभावना को कम करने के लिए, ब्लड शुगर रेगुलेट सही ढंग से किया जाना चाहिए।
कार्डियक अरेस्ट से कैसे बचे
- बार-बार व्यायाम करें: दिल की सेहक को बेहतर बनाने और कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को कम करने के लिए नियमित शारीरिक व्यायाम जैसे जॉगिंग, साइकिल चलाना, तैराकी या तेज चलना वॉकिंग जरूर करें।
- शराब और तंबाकू से परहेज करें: शराब और तंबाकू आपके दिल के दुश्मन हैं। ऐसे में इसे सेहतमंद बनाने के लिए धूम्रपान छोड़ें और खुद को सेकेंड हैंड धूम्रपान से भी दूर रखें। साथ ही शराब का सेवन सीमित या बिल्कुल भी न करें, क्योंकि बहुत ज्यादा पीने से कार्डियक अरेस्ट और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।
- स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करें: अगर आप किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या से परेशान हैं, तो दवाओं, जीवनशैली में बदलाव और नियमित जांच से इसे कंट्रोल में रखें आप इन तरीकों से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी स्वास्थ्य स्थितियों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं।