Candida auris: 14 साल बाद फिर बढ़ने लगे कैंडिडा ऑरिस के मामले, जानें इस संक्रमण से जुड़ी सभी जानकारी
Candida auris कोरोनाकाल ने लोगों के मन में एक अलग ही डर पैदा कर दिया है। कोरोना जैसी भयानक महामारी के बाद अब एक और बीमारी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। कैंडिडा ऑरिस नाम के इस संक्रमण के मामले अचानक 14 साल बाद बढ़ने लगे हैं। आइए जानते हैं इस संक्रमण से जुड़ी सभी जरूरी बातें-
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 06 Aug 2023 09:30 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Candida auris: कोरोना महामारी के बाद से ही लोगों के मन में वायरस और संक्रमणों को लेकर खौफ घर कर गया है। पूरी दुनिया ने कोरोनाकाल में दौरान काफी मुश्किल समय का सामना किया था। इस खतरनाक वायरस की वजह से कई लोगों ने अपने जान गंवाई। हालांकि, अब इस वायरस के मामलों में काफी गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में लोगों ने राहत की सांस लेना शुरू ही की थी कि इसी बीच अब और बीमारी ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है।
दरअसल, दुनिया के कई हिस्सों में अचानक ही कैंडिडा ऑरिस के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में इसके बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। परेशानी की बात यह है कि यह बीमारी 14 साल बाद फिर से पैर पसार रही है, जिसकी वजह से यह दुनिया के कई हिस्सों से लगातार सामने रही है। आइए जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी सभी जरूरी बातें-
कैंडिडा ऑरिस क्या है?
कैंडिडा ऑरिस (सी. ऑरिस) एक प्रकार का फंगस है। सी. ऑरिस एक यीस्ट है, जो गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है और कभी-कभी प्रकोप का कारण भी बनता है। कैंडिडा के कुछ स्ट्रेन्स मनुष्यों को प्रभावित कर सकते हैं और गंभीर या घातक हो सकता है। सी. ऑरिस कैंडिडा फंगस के कुछ प्रकारों में से एक है, जो मनुष्यों में फैलता है।कैंडिडा ऑरिस के लक्षण
सी. ऑरिस शरीर के विभिन्न हिस्सों में संक्रमण पैदा कर सकता है, जैसे ब्लड स्ट्रीम संक्रमण, वूंड संक्रमण और कान में संक्रमण। अक्सर सी. ऑरिस के लक्षण इसके संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करते हैं और बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के लक्षणों के समान होते हैं। सी. ऑरिस के लिए किसी खास तरह के लक्षणों का कोई सामान्य समूह नहीं है।
कैसे फैलता है कैंडिडा ऑरिस?
आमतौर पर, सी. ऑरिस अस्पतालों और अन्य केयर फैसिलिटीस में दूषित सतहों या उपकरणों के संपर्क में आने से फैलता है। हालांकि, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। कैंडिडा से पीड़ित व्यक्ति अपनी स्किन सेल्स के जरिए इस फंगल को फैला सकते हैं। ऐसे में सी. ऑरिस को फैलने से रोकने के लिए, सफाई और स्वच्छता बेहद महत्वपूर्ण हैं।कैंडिडा ऑरिस का इलाज
सी. ऑरिस संक्रमण गंभीर हैं, लेकिन फिर भी यह कई मामलों में उपचार के योग्य है। आमतौर पर, इसका इलाज इचिनोकैंडिन्स नामक एंटिफंगल दवाओं से शुरू होता है।अगर अधिक गंभीर संक्रमण होता है, तो इन मामलों में, डॉक्टर आमतौर पर संक्रमण को खत्म करने के लिए बहुत अधिक मात्रा में एंटीफंगल दवाओं का इस्तेमाल करते हैं।
कैंडिडा ऑरिस से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स
- इस संक्रमण के जोखिम की पहचान करने के लिए कैंडिडा ऑरिस के मरीजों की जांच करना।
- सी. ऑरिस से पीड़ित मरीजों के साथ काम करने वाले लोगों की संख्या को सीमित करें।
- मरीज को एक कमरे में या अन्य मरीजों से अलग रखें।
- नियमित रूप से अपने हाथों को लगातार धोएं।