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Air Pollution: जहरीली हवा में सांस लेने हुआ दुश्वार , तो इन बातों से रखें सेहत का ख्याल

प्रदूषण के कारण हमारी सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी सेहत का खास ख्याल रखें। जितना जरूरी यह जानना है कि प्रदूषण से बचाव के लिए क्या करें उतना ही जरूरी है हमें यह भी पता हो कि प्रदूषण से बचने के लिए क्या न करें। जानें इस बढ़ते प्रदूषण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Thu, 02 Nov 2023 12:45 PM (IST)
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प्रदूषण से इन तरीकों से करें बचाव

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Air Pollution: बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सांस लेने में तकलीफ, आंखों का लाल होना, गले में खराश जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण स्मॉग है। फॉग में हानिकारक गैसों के मिलने की वजह से स्मॉग बनता है, जो हमारी सेहत के लिए इतना खतरनाक होता है कि इससे फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा भी रहता है। इसलिए जरूरी है कि बढ़ते प्रदूषण के मौसम में हम कुछ खास बातों का ध्यान रखें। आइए जानते हैं प्रदूषण से अपनी रक्षा करने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

बचाव के लिए क्या करना चाहिए?

मास्क का इस्तेमाल

घर से बाहर निकलते समय हमेशा मास्क का इस्तेमाल करें। हवा में मौजूद प्रदूषक सांस की नली के द्वारा आपके शरीर में घुस सकते हैं और यह आपके फेफड़ों के जरिए शरीर के दूसरे हिस्सों में भी जा सकता है। इसलिए अच्छे मास्क का प्रयोग करें। बच्चों और बूढ़ों के साथ इस बात का खास ख्याल रखें कि वे बिना मास्क लगाए बाहर न निकलें।

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इंडोर प्लांट्स लगाएं

अपने घर के भीतर स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट जैसे पौधों को लगाएं। इन्हें ज्यादा देखभाल की भी जरूरत नहीं होती और ये आपके घर की हवा को शुद्ध करने में भी मदद करते हैं। ये हवा में मौजूद प्रदूषक को साफ करते हैं और ऑक्सीजन भी रिलीज करते हैं। इस वजह से आपको सांस लेने में तकलीफ नहीं होती और प्रदूषण के होने वाले दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।

Lungs disease Air Pollution

एयर प्यूरीफायर

अपने घर की हवा को फिल्टर करने के लिए अपने घरों में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह भी इंडोर प्लांट्स की तरह ही आपके घर की हवा में मौजूद प्रदूषक को फिल्टर करते हैं। जिससे सांस लेने के लिए शुद्ध हवा मिलती है। हालांकि इसके फिल्टर को साफ करें या बदलें ताकि वह सही तरीके से काम कर सके।

डाइट का ख्याल रखें

प्रदूषण से बचने के लिए जरूरी है कि आपकी इम्युनिटी मजबूत रहे। इम्युन सिस्टम के कमजोर होने के कारण हम आसानी से बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में ऐसे फलों और सब्जियों को शामिल करें, जो आपकी इम्युनिटी को मजबूत बनाने में मदद करें। साथ ही अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें। पानी आपके बॉडी के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। इसलिए रोज 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं ।

कालीन को वैक्युम करें

आपके घर में बिछी कालीन, डोर मैट्स और भारी पर्दों में भी प्रदूषक इकट्ठे हो सकते हैं। साथ ही बाहर से आपके साथ आई धूल-मिट्टी भी आपके कालीन और डोर मैट्स में इकट्ठी होती है। इसलिए उन्हें हर दूसरे दिन वैक्युम क्लीनर से साफ करें। इन्हें साफ करते समय इस बात का ख्याल रखें कि इन्हें झाड़े नहीं। इससे इनमें जमी धूल आपके अंदर जा सकती है। 

बचाव के लिए क्या न करें?

स्मोक न करें

स्मोकिंग आपकी सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह होता है। स्मोक करने से आपके फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता कम होती है और लंग कैंसर का खतरा तो रहता ही है। इसलिए स्मोकिंग बिल्कुल न करें। अगर आप स्मोक नहीं करते तो सेकेंड हैंड स्मोक से भी बचें। वह भी आपकी सेहत के लिए स्मोक करने जितना ही हानिकारक होता है।

घर से कम निकलें

प्रदूषण से बचने के लिए सबसे सेफ तरीका है- बाहर कम से कम निकलना। बाहर तभी निकलें, जब जरूरत हो। फालतू में बाहर घूमने से बचें। बच्चों को भी खेलने के लिए पार्क आदि में न भेजें, क्योंकि प्रदूषण की वजह से यह फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। एक्सरसाइज भी घर पर ही करें, बाहर छत पर या बालकनी में जाएं।

प्रदूषण न फैलाएं

कोशिश करें कि अपनी गाड़ी का रोज इस्तेमाल करने के बदले पब्लिक ट्रांस्पोर्ट का इस्तेमाल करें। इससे हवा में फैलने वाले प्रदूषण कम होगा। साथ ही लकड़ी, कागज, कचरा, पटाखे आदि न जलाएं। अपने बच्चों और घरवालों को भी समझाएं कि अपनी तरफ से कम प्रदूषण फैलाने की कोशिश करें।

शराब न पीएं

शराब आपके लिए जानलेवा हो सकता है। इसलिए शराब से दूरी बना कर रखें। शराब पीने से आपकी बॉडी डिहाइड्रेट होती है और यह आपके लिवर और अन्य अंगों के लिए भी नुकसानदेह होता है। इसलिए कोशिश करें कि बिल्कुल भी शराब न पिएं । साथ ही अन्य ड्रिंक्स जैसे कॉफी आदि, जिनसे बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है, को कम से कम पिएं ।

धूप और अगरबत्ती न जलाएं

जब तक प्रदूषण बहुत बढ़ा हुआ है, तब तक कोशिश करें कि अपने घर में धूप और अगरबत्ती न जलाएं। इससे निकलने वाला धुंआ प्रदूषण के साथ मिलकर सांस लेना मुश्किल कर सकता है। इसलिए अगरबत्ती और धूप कुछ दिनों तक न जलाएं। 

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik