इस बीमारी के चलते असमय गिरने लगते हैं बाल, इस तरह पाएं निजात
रात में सोने से पहले मेथी भिगोकर रख दें। अगली सुबह मेथी को पीसकर उसमें नारियल तेल मिक्स कर गंजेपन वाले जगहों पर लगाएं। जब पेस्ट सुख जाए तो अपने सिर को धो लें। इस उपाय को अपनाने से आपको जल्द असर देखने को मिल सकता है।
By Umanath SinghEdited By: Updated: Fri, 02 Apr 2021 09:06 PM (IST)
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। एलोपेशीया एरेटा बालों की एक समस्या है, जिसमें बाल बड़ी तेजी से गिरने लगते हैं। इस समस्या में पुरुषों के साइड के बाल उड़ते हैं। जबकि, महिलाओं के बीच के बाल उड़ते हैं। कई अवसर पर ऐसा भी देखा जाता है कि बाल स्पॉट के आकर में उड़ते हैं। इसकी मुख्य वजन इम्यून सिस्टम का Hair Follicle को प्रभावित करना है। इससे बाल गिरने लगते हैं। जबकि बालों में छोटे छोटे धब्बे बनने लगते हैं। हालांकि, बाल फिर से उग जाते हैं, लेकिन यह क्रम चलता रहता है। यह बालों की एक ऐसी समस्या है, जिससे व्यक्ति की खूबसूरती में ग्रहण लग जाता है, क्योंकि इस बीमारी में बाल बीच से उड़ने लगते हैं। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो आइए एलोपेशीया एरेटा के बारे में विस्तार से जानते हैं -
एलोपेशीया एरेटा के उपचार इसके लिए आप डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं और उनके द्वारा लिखित दवाइयों का सेवन कर सकते हैं। इससे आपको आराम मिल सकता है। साथ ही आयुर्वेदिक तरीके से भी एलोपेशीया एरेटा का उपचार किया जा सकता है।
प्याज का रस उपयोग करें आप एलोपेशीया एरेटा की समस्या से निपटने के लिए प्याज के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए प्याज के रस को उन हिस्सों पर लगाएं। जब बाल सुख जाएं, तो नार्मल पानी से बालों को धो लें। इस उपाय को भी सप्ताह में दो बार कर सकते हैं।
ब्लैक कॉफी है फायदेमंद इसमें फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं, जो एलोपेशीया एरेटा में फायदेमंद होता है। इसके लिए कॉफी को शैंपू में मिक्स कर गंजेपन स्थानों पर लगाएं। कुछ देर बाद अपने बालों को धो लें। इस उपाय को सप्ताह में दो बार जरूर अपनाएं।
मेथी है लाभदायकइसके लिए रात में सोने से पहले मेथी भिगोकर रख दें। अगली सुबह मेथी को पीसकर उसमें नारियल तेल मिक्स कर गंजेपन वाले जगहों पर लगाएं। जब पेस्ट सुख जाए, तो अपने सिर को धो लें। इस उपाय को अपनाने से आपको जल्द असर देखने को मिल सकता है।डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।