Tapeworm: अधपका मांस खाने से शख्स के दिमाग में पहुंच गए कीड़े, जानिए इस इन्फेक्शन के लक्षण और बचाव के तरीके
क्या आप जानते हैं कि अधपका या कच्चा मांस खाना आपकी सेहत के लिए कितना जानलेवा साबित हो सकता है? दरअसल अमेरिका के फ्लोरिडा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। बता दें कि एक 52 साल के व्यक्ति को चार महीने से हो रहे सिरदर्द को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हुआ। आइए जानते हैं कैसे।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Tapeworm In Brain: अमेरिका में माइग्रेन (Migraine) से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे आपको जरूर जान लेना चाहिए। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक 52 साल के शख्स को करीब 4 महीने से तेज सिरदर्द की शिकायत थी, और जब यह दर्द सहन से बाहर चला गया, तो व्यक्ति फौरन अस्पताल भागा। अब डॉक्टर्स ने जो कहा उसे सुनकर आपका भी दिल सहम जाएगा। आइए जान लीजिए पूरा मामला, और इससे खतरनाक कंडीशन से बचाव के कुछ टिप्स।
अस्पताल में हुई जांच के बाद यह सामने आया कि पीड़ित व्यक्ति के दिमाग में टेपवर्म (Tapeworm) घर कर चुके हैं। जी हां, डॉक्टर्स को उसके दिमाग में कीड़ा मिला जो जिंदा तो था ही, साथ ही उसने शख्स के ब्रेन में अंडे भी दिए हुए थे। बता दें, यह ऐसा परजीवी कीड़ा है, जो इसानों और जानवरों को संक्रमित करता है। आमतौर पर यह आंतों में पाया जाता है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इसके लिए दिमाग तक पहुंचना भी कोई मुश्किल काम नहीं है।
कैसे हो जाते हैं दिमाग में कीड़े?
अगर आप भी लंबे समय से तेज सिरदर्द को माइग्रेन समझकर इग्नोर कर रहे हैं, तो बता दें कि ये सेहत से जुड़ी एक बड़ी लापरवाही है। अमेरिकी व्यक्ति भी चार महीने से इस समस्या से परेशान था। परेशानी बढ़ने पर ही ये पता चल पाया कि उसके दिमाग में कई सिस्ट बन चुके थे। डॉक्टर्स का मानना है कि यह अधपका या कच्चा मांस खाने से हुआ, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह व्यक्ति बचपन से अधपका बेकन (Undercooked Bacon) खा रहा था। जानकारी के लिए बता दें, कि ये डिश सुअर के मांस से तैयार की जाती है। अधपके बेकन में कई बैक्टीरिया होते हैं, जो आंत में प्रवेश करके दिमाग तक चले जाते हैं। इतना ही नहीं ये तेजी से अपनी संख्या बढ़ा सकते हैं, और दिमाग में अंडे दे देते हैं।
यह भी पढ़ें- हाथ कांपने की समस्या बढ़ा सकता है डिमेंशिया का खतरा
जानलेवा साबित हो सकता है यह इन्फेक्शन
'अमेरिकन जर्नल ऑफ केस रिपोर्ट्स' में इस घटना से जुड़ी एक रिपोर्ट भी छपी है, जिसमें शोधकर्ताओं ने इस बात की जानकारी दी है, कि यह अमेरिका में इससे पहले भी संक्रमित पोर्क (सुअर) के इन्फेक्शन से जुड़े मामले सामने आ चुके हैं, ऐसे में यह एक सामान्य केस है। बता दें, भले ही अब मरीज के दिमाग में जमा सिस्ट को डॉक्टर्स ने खत्म कर दिया है, और उसे माइग्रेन से भी राहत मिल गई है, लेकिन अमेरिकन जर्नल ऑफ केस रिपोर्ट में ये बताया गया है कि यह एक ऐसा संक्रमण है, जिससे इंसान की जान भी जा सकती है।
क्या हैं इस संक्रमण के लक्षण?
अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें, तो इस मेडिकल कंडीशन को न्यूरोसिस्टिसरकोसिस कहा जाता है, जिसके यूएसए में हर साल 1320 से 5050 केस सामने आते हैं। यह नर्वस सिस्टम में इन्फेक्शन से जुड़ी एक गंभीर स्थिती है, जिसमें आपको इस प्रकार के कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं।- तेज और असहनीय सिरदर्द
- मिर्गी के दौरे पड़ना।
- बोलने में परेशानी होना।
- आंखों से धुंधला दिखाई देना।
- असामान्य थकान और कमजोरी।
इस इन्फेक्शन से कैसे बच सकते हैं?
- अपने आसपास साफ-सफाई का ख्याल रखें।
- खुला हुआ या रखा हुआ खाना खाने से बचें।
- अधपका मांस या कच्ची पत्तेदार सब्जियां खाने से परहेज करें।
- सब्जियों का सेवन करने से पहले उन्हें खुले पानी में अच्छे से धो लें।
- इससे जुड़े लक्षण नजर आने पर डॉक्टरी परामर्श लेने से बिल्कुल न हिचकें, शुरुआती दौर में ही इसका पता लगने पर बीमारी को नियंत्रण में लाया जा सकता है।