Anaemia: क्या मां बनने के सपने पर ग्रहण लगा सकता है अनीमिया, जानें क्या है इस बारे में एक्सपर्ट की राय
रेड ब्लड सेल्स की कमी होना अनीमिया कहलाता है। इसमें थकान चक्कर आना जैसे लक्षण नजर आते हैं लेकिन इनके अलावा महिलाओं में फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इस बारे में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना पाठक ने बताया कि अनीमिया की वजह से महिलाओं की फर्टिलिटी पर क्या प्रभाव पड़ता है। जानें इस बारे में उनका क्या कहना है।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Fri, 09 Feb 2024 06:24 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Anaemia and Infertiltiy: अनीमिया एक ऐसी कंडिशन है, जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) की कमी हो जाती है। रेड ब्लड सेल्स शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करते हैं। इनकी कमी की वजह से शरीर के हर अंग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है और वे बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाते हैं। महिलाओं में अनीमिया की वजह से इंफर्टिलिटी का खतरा भी रहता है। इस बारे में और जानकारी पाने के लिए हमने सी के बिरला अस्पताल, दिल्ली, के स्त्री रोग विभाग की निर्देशक, डॉ. अर्चना पाठक से बात-चीत की। आइए जानते हैं कि इस बारे में उनका क्या कहना है।
क्या कहना है एक्सपर्ट?
डॉ. पाठक ने बताया कि एनिमिया एक ऐसी कंडिशन है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं या हीमोग्लोबिन की कमी की वजह से महिलाओं की फर्टिलिटी भी प्रभावित हो सकती है। हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को सेल्स तक पहुंचाने का काम करती है, जिसमें रिप्रोडक्टिव ऑगर्न्स भी शामिल हैं। ऑक्सीजन की कमी की वजह से अंडों की गुणवत्ता खराब हो सकती है और प्रेग्नेंसी के दौरान भ्रूण के विकास में भी समस्याएं हो सकती हैं।
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प्रेग्नेंसी में समस्या...
अनीमिया की वजह से, महिलाओं में सामान्य पीरियड्स साइकिल भी बिगड़ सकती है। रेड ब्लड सेल्स कम होने की वजह से, महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की समस्या भी हो सकती है। इस कारण से एमीनोरिया भी हो सकता है, जो कंसीव करने की संभावना को कम कर देता है।
इस कारण से, जो महिलाओं कंसीव करना चाहती हैं, उनके साथ काफी समस्या हो सकती है। इन बातों के अलावा, अनीमिया की वजह से लिबिडो भी कम हो सकता है, जो रिप्रोडक्टिव हेल्थ और प्रेग्नेंसी में काफी दिक्कतें पैदा कर सकता है। हर अंग तक ठीक से ऑक्सीजन न पहुंच पाने की वजह से एनर्जी की कमी और थकान महसूस हो सकती है।
रेड ब्लड सेल्स की कमी की वजह से प्रेग्नेंसी के दौरान भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अनीमिया के कारण कई बार महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान प्रीटर्म बर्थ और लो वेट बर्थ का खतरा भी रहता है। इन कॉम्पलिकेशन्स की वजह से मां और बच्चे, दोनों की सेहत पर काफी लंबे समय के लिए प्रभाव पड़ सकता है।
इसलिए अनीमिया से बचाव करना बेहद जरूरी है। संतुलित आहार, आयरन सप्लिमेंट्स और दवाइयों की मदद से अनीमिया को दूर किया जा सकता है। अनीमिया का इलाज करवा कर, इस कारण से होने वाली फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।यह भी पढ़ें: आयरन की कमी से हो सकते हैं एनीमिया का शिकार, इन फूड आइटम्स से करें बचावPicture Courtesy: Freepik