Covid Patients & Aspirin: एस्पिरिन दवाई कोविड मरीजों में सुधार नहीं लाती, नई रिसर्च में हुआ खुलासा
Covid Patients Aspirin आमतौर पर एस्पिरिन दवा का उपयोग सिर दर्द महिलाओं के मासिक धर्म मांसपेशियों में चोट सर्दी और फ्लू और गठिया के कारण होने वाले मामूली जकड़न दर्द और बुखार से राहत देने के लिए किया जाता है।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Thu, 10 Jun 2021 11:00 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस के इलाज और उसकी रोकथाम के लिए वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। लंदन में हुए एक बड़े अध्ययन से पता चला है कि गंभीर रूप से बीमार कोरोना के मरीज को एस्पिरिन देने से इस बीमारी से बचने की आशंका कम नहीं होती। कोरोना के मरीज़ों के इलाज को लेकर पिछले साल की एक रिसर्च में यह बात सामने आई थी कि एस्पिरिन लेने वाले कोरोना के मरीजों में मौत का जोखिम कम हो जाता है।
एस्पिरिन का उपयोग सामान्य तौर पर किसी भी दवा की दुकान में उपलब्ध इस दवा का उपयोग सिर दर्द, महिलाओं के मासिक धर्म, मांसपेशियों में चोट, सर्दी और फ्लू और गठिया के कारण होने वाले मामूली जकड़न, दर्द और बुखार से राहत देने के लिए किया जाता है। लोग दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने या हृदय रोग में खून को पतला करने के लिए भी इसका उपयोग करते हैं, जैसा कि इस अध्ययन में शामिल मरीज करते थे।
एस्पिरिन दवा पर लंदन में नई रिसर्च:एस्पिरिन दवा पर लंदन में हो रही एक नई रिसर्च में कहा गया है कि इससे मौत की आशंका कम होने के कोई संकेत नहीं मिले है। इससे पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को उम्मीद थी कि खून में थक्का जमने से रोकने में कारगर एस्पिरिन कोरोना के मरीजों में कारगर साबित होगी। कोरोना के गंभीर रोगियों में खून में थक्का बन जाता है, जिससे हजारों मरीजों की मौत हो जाती है। अध्ययन में वैज्ञानिकों को लगा कि सस्ती दवाई एस्पिरिन बेहद कारगर होगी। इस रिसर्च के बाद गंभीर मरीजों को एस्पिरिन दी भी जाने लगी, लेकिन अब नई रिसर्च में इसके किसी भी तरह के फायदे की बात सामने नहीं आई है।
एस्पिरिन लेने वाले गंभीर कोरोना मरीजों के बचने के प्रमाण नहीं: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के संक्रामक रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर पीटर हार्वे ने दावा किया कि कोरोना से गंभीर रूप से पीड़ित बहुत कम ही ऐसे मरीजों की सूचना हैं जो इस दवाई के इस्तेमाल के बाद अस्पताल से जिंदा बचकर आ गए। प्रोफेसर हार्वे ने बताया कि इस बात के भी प्रमाण नहीं कि एस्पिरिन लेने वाले गंभीर मरीजों को वेंटीलेटर की जरूरत नहीं पड़ी। इन प्रमाणों के आधार पर ऐसा नहीं लगता कि एस्पिरिन ने कोविड मरीजों को बहुत फायदा पहुंचाया हो।
Written By: Shahina Noor