Asthma in kids: बच्चों में अस्थमा की क्या हैं वजहें और किन चीज़ों से ट्रिगर हो सकती है ये प्रॉब्लम
Asthma in kids बड़े-बूढ़े ही नहीं अस्थमा अब बच्चों की प्रॉब्लम अब बच्चों में भी देखने को मिल रही है। जिसकी कई वजहें हो सकती हैं। समय रहते इसके इलाज के उपायों पर ध्यान न दिया जाए तो यह और ज्यादा गंभीर हो सकता है। आइए जानते हैं बच्चों में अस्थमा की वजहें ट्रिगर प्वाइंट्स और इलाज के बारे में।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Fri, 10 Nov 2023 07:27 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Asthma in kids: "अस्थमा" शब्द ग्रीक शब्द 'आज़िन' से लिया गया है, जिसका अर्थ है "मुंह खोल कर सांस लेना- हांफना।" बच्चों में अस्थमा की सिचुएशन ऐसी है कि आपको बता दें स्कूल में अनुपस्थिति का भी सबसे सामान्य कारण ये बीमारी है। 1970 के दशक से ब्रोन्कियल अस्थमा लगातार बढ़ रहा है और अब एक अनुमान के अनुसार इससे 4 से 7% दुनियाभर की आबादी प्रभावित है। भारत में लगभग 3.3% बच्चे बचपन में होने वाले ब्रोन्कियल अस्थमा से जूझ रहे हैं।
बच्चों में अस्थमा का ट्रिगर होना
स्टडी के अनुसार, वायरस फेफड़ों को संक्रमित करते हैं, जो अस्थमा के लिए एक बड़ी वजह है। सेकंड-हैंड सिगरेट स्मोक यानी दूसरे लोगों द्वारा सिगरेट पीने पर निकलने वाला धुआं भी बचपन में होने वाले अस्थमा का एक महत्वपूर्ण और नॉर्मल वजह है। यह भी साबित हो चुका है कि धूम्रपान न करने वाले लोगों की तुलना में धूम्रपान करने वाले के बच्चों में अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है।
पर्यावरण प्रदूषण, वंशानुगत कारणों, खाने-पीने के ऑप्शन्स, एलर्जी के संपर्क में आने और एंटीबायोटिक के इस्तेमाल के परिणामस्वरूप अस्थमा 1 से 14 साल के बच्चों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। कुछ सिचुएशन जैसे सर्दी या दूसरे ब्रीदिंग इन्फेक्शन के कारण, दूध पिलाने से शिशुओं में, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रिफ्लक्स और बदलाव या मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण भी अस्थमा की बीमारी हो सकती है।
बच्चों में अस्थमा की पहचान करना
5 साल से कम उम्र के बच्चों में अस्थमा की पहचान करना कठिन होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों में अस्थमा के प्रमुख लक्षण जैसे घरघराहट और खांसी अन्य बीमारियों के कारण भी होते हैं। इसके अलावा, कोई व्यक्ति कितनी अच्छी तरह या सामान्य रूप से सांस ले रहा है, यह पता करने के लिए उपयोग किए जाने वाले डायग्नोस्टिक टेस्ट का इस्तेमाल 5 साल से कम उम्र के बच्चों में आसानी से या सटीक तरीके से नहीं किया जा सकता है।
बच्चों में अस्थमा के लक्षण
अस्थमा से पीड़ित बच्चों को अक्सर खांसी और घरघराहट होती है। साथ ही सीने में जकड़न और सांस लेने में तकलीफ का भी एहसास होता है। ऐसे कुछ लक्षण हैं जो संकेत देते हैं कि बच्चा अस्थमा से पीड़ित हो सकता है जैसे कि बिना किसी रुकावट के सांस लेने में कठिनाई या सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट, सांस छोड़ते समय तेज आवाज, सीटी जैसी आवाज और बीच-बीच में कुछ समय के लिए खांसी और घरघराहट होना। बार-बार या पुराने लक्षणों के साथ घरघराहट और खांसी की गंभीर स्थिति और नार्मल संक्रमण या एलर्जी जो मौसमी बदलावों को ट्रिगर कर सकते हैं, यह भी अस्थमा के प्रमुख लक्षण हैं।यदि कोई बच्चा खुले वातावरण में सांस लेने के लिए हांफ रहा है, या फिर इतनी जोर से सांस ले रहा है कि पेट पसलियों के नीचे दब गया है या सांस लेने के कारण उसे बोलने में कठिनाई हो रही है, तो माता-पिता को बिना ज्यादा देर किए तुरंत डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए। ये गंभीर अस्थमा के लक्षण हैं, जो जानलेवा हो सकते हैं।