Babesiosis: अमेरिका में आतंक मचाती ये बीमारी करती है सीधा दिमाग पर असर, टिक्स के काटने पर बनाती है अपना शिकार
बीते दिनों चीन में टिक्स के काटने से फैलने वाले वेटलैंड वायरस के मामले सामने आए थे। इसी बीच अब अमेरिका में भी टिक के काटने से फैलने वाली एक बीमारी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। यहां पर बेबेसियोसिस (Babesiosis) नाम की बीमारी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में सभी जरूरी बातें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में इन दिनों एक Tick-borne disease के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। यहां दिमाग को प्रभावित करने वाली इस बीमारी ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी हैं। बीते दिनों चीन में भी टिक से होने वाले वेटलैंड वायरस के मामले सामने आए थे, जो व्यक्ति के दिमाग पर असर डालता है। वहीं, बात करें अमेरिका की, तो यहां बेबेसियोसिस (Babesiosis) का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। यह एक दुर्लभ बीमारी है, जो मुख्य रूप से ब्लैक लेग्ड टिक्स यानी काले पैर वाले टिक्स के काटने से फैलती है। आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण-
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क्या है बेबेसियोसिस?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक बेबेसियोसिस एक बीमारी है, जो आपको पैरासाइट बेबेसिया से इन्फेक्टेड टिक के काटने से होती है। इस बीमारी में फ्लू जैसे लक्षण नजर आते हैं और यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है। अगर आपकी इम्युनिटी कमजोर है या आपकी प्लीहा यानी spleen काम नहीं कर रही है, तो आपको इस जानलेवा बीमारी के होने का खतरा ज्यादा है।बेबीसियोसिस के लक्षण क्या हैं?
बेबीसियोसिस के लक्षण एक्सपोज़र के एक से चार सप्ताह बाद शुरू होते हैं। वे सम्मिलित करते हैं:
- तेज बुखार
- थकावट
- ठंड लगना
- पसीना आना
- सिरदर्द
- मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द
- भूख में कमी
- खांसी
सीवियर बेबेयोसिस के लक्षण
सीवियर बेबेयोसिस के कारण शरीर में कुछ अतिरिक्त लक्षण नजर आ सकते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं:-- मतली और उल्टी
- गहरे रंग का पेशाब
- पेट में दर्द
- गर्दन में अकड़न
- मूड स्विंग्स
- सांस की तकलीफ (डिस्पेनिया)
- त्वचा या आंखों का पीला पड़ना (पीलिया)
बेबेसियोसिस के कारण?
कई प्रकार के बेबेसिया पैरासाइट बेबेसियोसिस का कारण बनते हैं। बेबेसिया प्रोटोजोआ, एक सेल वाले जीव होते हैं, जिन्हें माइक्रोस्कोप के बिना देखने नामुमकिन है। ये टिक के काटने से आपके खून में मिल जाते हैं और फिर आपके रेड ब्लड सेल्स को संक्रमित और नष्ट कर देते हैं। गंभीर मामलों में यह संक्रमण जानलेवा भी साबित हो सकता है।
बेबेसियोसिस से कैसे करें बचाव
अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं या यात्रा कर रहे हैं, जहां इस बीमारी का प्रकोप ज्यादा है, तो इससे बचने के लिए टिक को काटने से रोकना जरूरी है। इसके लिए आप निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैं-- घास को 5 इंच से छोटा ही रखें। टिक्स लंबी घास पर मौजूद रहते हैं और इन घास के संपर्क में आने से यह आपको काट सकते हैं।
- जंगली इलाकों में जाते समय साफ रास्तों पर ही चलें।
- टिक्स को दूर रखने के लिए DEET वाले बग स्प्रे का इस्तेमाल करें।
- जब आप जंगल या लंबी घास वाले क्षेत्रों में हों, तो अपनी त्वचा को जितना हो सकें, ढककर रखें। साथ ही टिक-रिपेलेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अपने पालतू जानवरों को टिक्स से बचाने के सही और अच्छे तरीकों की मदद लें।
- बाहर से लौटने पर अपने पालतू जानवरों की बार-बार जांच करें।
- गर्म महीनों में अगर आप बाहर रहते हैं, तो टिक्स के लिए अपनी जांच कराएं। अगर आपको अपने ऊपर कोई टिक मिलता है, तो उसे सुरक्षित रूप से हटाने के लिए निर्देशों का पालन करें।