Dahi Chura Benefits: सेहत के लिए बेहद गुणकारी है मकर संक्रांति में खाया जाने वाला दही-चूड़ा, जानें इसके फायदे
Dahi Chura Benefits कुछ ही दिनों में साल का पहला त्योहार मकर संक्रांति का त्योहार आने वाला है। इस त्योहार का हिंदू धर्म में बेहद महत्व है। इसे देशभर में अलग-अलग रीति-रिवाजों से मनाया जाता है। इस दिन दही-चूड़ा और खिचड़ी खाने का भी काफी कई जगह चलन है। आइए जानते हैं दही-चूड़ा से सेहत को होने वाले कुछ फायदे-
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Dahi Chura Benefits: नए साल के साथ ही त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। कुछ ही दिनों में मकर संक्रांति का त्योहार आने वाला है। ऐसे में हर कोई साल के इस पहले त्योहार की तैयारियों में लगा हुआ है। मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक अहम पर्व है, जिसे देश के अलग-अलग हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने की कई अलग-अलग परंपराएं भी हैं। इस दिन जहां कई जगह लोग खिचड़ी खाते हैं, तो वहीं कई जगह मकर संक्रांति के दिन दही- चूड़ा खाने का चलन है।
दही-चूड़ा खाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। सबसे ज्यादा इसे यूपी , बिहार और झारखंड में बड़े चाव से खाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन दही-चूड़ा खाने से सुख-समृद्धि आती है। कई लोग इसे नाश्ते में खाना भी बेहद पसंद करते हैं। स्वादिष्ट होने के साथ ही यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं दही-चूड़ा खाने के फायदे-यह भी पढ़ें- खांस-खांसकर हो चुके हैं आप भी परेशान, तो इन घरेलू नुस्खों से पाएं जल्द आराम
पाचन तंत्र के लिए बेहतर
अगर आप अक्सर पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं, तो दही-चूड़ा आपको इस समस्या से राहत दिला सकता है। दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाने का काम करते हैं। सुबह इसे नाश्ते में खाने से कब्ज और गैस की समस्या दूर होती है।
वजन कंट्रोल करे
दही-चूड़ा आपका वजन कंट्रोल करने में भी काफी मदद करता है। दरअसल, इसे खाने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है। पेट भरा होने की वजह से भूख कम लगती है, जिससे आप एक्स्ट्रा खाने से बचे रहते हैं और इस तरह वजन कम करने में मदद मिलती है।बैड कोलेस्ट्रॉल कम करे
बैड कोलेस्ट्रॉल हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। ऐसे में जरूरी है कि शरीर में इसकी मात्रा को बढ़ने से रोका जाए। दही-चूड़ा इसमें आपकी मदद कर सकता है। इसे खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है।